कुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी है पोषण पुनर्वास केंद्र

  • Post By Admin on Aug 27 2024
कुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी है पोषण पुनर्वास केंद्र

लखीसराय : जिले में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की है। इस केंद्र में वर्तमान में 10 कुपोषित बच्चे भर्ती हैं, जिन्हें विशेष खानपान और देखभाल की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

सिविल सर्जन डॉ. बीपी सिन्हा ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषण से जूझ रहे बच्चों को 14 दिनों के लिए भर्ती किया जाता है। यदि बच्चों की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो उन्हें 21 दिनों तक विशेष देखभाल दी जाती है। 

एनएफएचएस 5 के आंकड़ों के अनुसार, जिले में नाटापन की समस्या में सुधार हुआ है। एनएफएचएस 4 के आंकड़ों के मुताबिक, 50.6 प्रतिशत बच्चे नाटापन से प्रभावित थे, जो अब घटकर 42.7 प्रतिशत रह गया है। इसके बावजूद, इस दिशा में और काम करने की जरूरत है। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है कि वे कुपोषित बच्चों की पहचान करें और उन्हें प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजें। 

डीपीसी सुनील कुमार ने कहा कि पुनर्वास केंद्र में बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाता है। यहाँ सभी सेवाएं नि:शुल्क हैं, और डिस्चार्ज के बाद भी बच्चों की निगरानी की जाती है। माता-पिता को भी प्रतिदिन 100 रुपये प्रोत्साहन के रूप में दिए जाते हैं।

पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती होने के लिए कुछ मानक निर्धारित किए गए हैं। छह माह से लेकर 59 माह तक के ऐसे बच्चों जिनकी बांह 11.5 सेमी हो और उम्र के हिसाब से उनका वजन और लंबाई नहीं बढ़ रही हो, उन्हें कुपोषित माना जाता है और उन्हें ही पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया जाता है।