सदर अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवा, ऑपरेशन और नि:शुल्क दवाओं की सुविधा बहाल
- Post By Admin on Nov 21 2024
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में अब जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अस्पताल का निरीक्षण कर कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को पुनः बहाल किया और अस्पताल में सुधार की दिशा में कई निर्देश दिए। अब मरीजों को त्वरित इमरजेंसी सेवाओं, ऑपरेशन, नि:शुल्क दवाओं और जांच की सुविधा सदर अस्पताल में ही मिल सकेगी।
नए स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन और निरीक्षण:
जिलाधिकारी ने कहा कि अब सदर अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए आपातकालीन चिकित्सा, आईसीयू, ऑक्सीजन सपोर्ट और एंबुलेंस सेवाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन, महिलाओं के लिए सिजेरियन ऑपरेशन और बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र की सुविधा भी शुरू की गई है। अस्पताल में मरीजों को ऑपरेशन से लेकर दवा वितरण तक हर सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध होगी।
माइक्रोबायोलॉजी लैब और अन्य सुविधाएं:
सदर अस्पताल में बिहार का पहला माइक्रोबायोलॉजी लैब स्थापित किया गया है। जिसमें 75 प्रकार की जांच सेवाएं उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने अस्पताल में उपलब्ध ब्लड बैंक, सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और अन्य पैथोलॉजी सेवाओं का भी निरीक्षण किया और इनकी सुगमता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
अस्पताल की साफ-सफाई और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार:
जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई को संतोषजनक पाया। साथ ही अस्पताल के आंतरिक और बाह्य भाग के सौंदर्यकरण और विकास के लिए निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में जल जमाव, संपर्क सड़क, नाले और पुराने संरचनाओं के ध्वस्तीकरण की जरूरत पर जोर दिया। इसके अलावा अस्पताल में दीदी की रसोई का निरीक्षण भी किया गया। जहां कुछ मरम्मत कार्य की आवश्यकता पाई गई।
डॉक्टरों की उपस्थिति और कार्य संस्कृति पर विशेष ध्यान:
जिलाधिकारी ने अस्पताल में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति का निरीक्षण किया और सख्त निर्देश दिए कि डॉक्टरों की उपस्थिति रोस्टर के अनुसार हो, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके। निरीक्षण के दौरान तीन डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए। जिनके वेतन को स्थगित करने और स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा:
अस्पताल में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु एक अतिरिक्त काउंटर खोलने का आदेश भी जिलाधिकारी ने दिया।
मॉडल अस्पताल का निर्माण कार्य प्रगति पर:
जिलाधिकारी ने 30 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन मॉडल अस्पताल का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि कार्य गुणवत्ता के साथ समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर इलाज की दिशा में किए गए। ये प्रयास जिला प्रशासन की संकल्पबद्धता को दर्शाते हैं कि अब जिले के मरीजों को बेहतर इलाज, ऑपरेशन और चिकित्सा सुविधाएं घर के पास ही मिल सकेंगी। जिससे उन्हें महंगे निजी अस्पतालों में इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।