सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला सुरक्षा सवालों में , नाबालिग आरोपी हिरासत में
- Post By Admin on Nov 23 2024

लखीसराय : लखीसराय और पटना जिलों के समीपवर्ती क्षेत्रों बड़हिया और पचना थाना सीमा में सात-आठ महीने पुरानी सामूहिक दुष्कर्म की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद समाज और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वीडियो में एक युवती के साथ बारी-बारी से हुए दुष्कर्म और दुर्व्यवहार की दर्दनाक तस्वीरें सामने आई हैं। वायरल वीडियो के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया जिसे बालसुधार गृह भेज दिया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि गिरफ्तार नाबालिग ने ही घटना का वीडियो बनाया था जिसे बाद में उसने अपने दोस्तों के साथ साझा किया। इस वीडियो ने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है।
अन्य आरोपियों की पहचान, छापेमारी जारी:
वीडियो में दिख रहे अन्य तीन युवकों की पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दो दिनों से सघन छापेमारी कर रही है लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। स्थानीय चौकीदार की मदद से पुलिस ने आरोपियों को नामजद किया है और उनकी तलाश जारी है।
रेलवे के पोल ने खोले राज:
घटना स्थल की पहचान रेलवे पोल संख्या 437/23 से की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह बड़हिया थाना क्षेत्र का हिस्सा है। हालांकि, प्रारंभ में बड़हिया और पचना थानों के बीच सीमाक्षेत्र को लेकर विवाद भी सामने आया। घटना स्थल पर जांच के दौरान पुलिस को गर्मी के मौसम के संकेत मिले, जिससे घटना के पुराने होने की पुष्टि हुई।
पीड़िता की पहचान अब तक अज्ञात:
पुलिस ने इस मामले में स्वयं संज्ञान लिया, लेकिन अब तक पीड़िता की पहचान नहीं हो सकी है। न ही उसके परिवार की ओर से कोई शिकायत दर्ज कराई गई है। यह स्थिति समाज और प्रशासन की विफलता को उजागर करती है।
एडीजी की नजर, समाज में आक्रोश:
सूत्रों के अनुसार, पूरे मामले पर एडीजी अपने स्तर से निगरानी बनाए हुए हैं। घटना के वायरल होने के बाद समाज में गुस्सा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है।
महिला सुरक्षा और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि महिला सुरक्षा के दावों और जमीनी हकीकत में बड़ा अंतर है। पुलिस का घटना के वायरल होने तक इंतजार करना उनके कर्तव्य निर्वहन पर सवाल खड़ा करता है। सीमाक्षेत्र का विवाद और घटना के पुराने होने का बहाना पुलिस की कमजोरी को उजागर करता है।
प्रशासन का बयान और समाज के लिए सबक:
लखीसराय के एसपी अजय कुमार ने भरोसा दिलाया है कि सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और समाज की जिम्मेदारी पर गंभीर आत्ममंथन का विषय है।
महिला सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम जरूरी:
प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दोषियों को ऐसी सजा मिले जो भविष्य में अपराधियों के लिए एक नजीर बने। यह घटना समाज और प्रशासन की संयुक्त विफलता का प्रतीक है। अब यह देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी और प्रभावी तरीके से न्याय दिलाने में सफल होती है।