समस्तीपुर जंक्शन से सात बाल मजदूर कराए गए मुक्त, दलाल फरार

  • Post By Admin on Dec 30 2024
समस्तीपुर जंक्शन से सात बाल मजदूर कराए गए मुक्त, दलाल फरार

समस्तीपुर : समस्तीपुर जंक्शन पर रेलवे पुलिस (जीआरपी) और सामाजिक संस्था प्रयास के संयुक्त प्रयास से सात बच्चों को बाल मजदूरी के लिए पंजाब ले जाए जाने से पहले ही मुक्त करा लिया गया। ये बच्चे मधेपुरा और सहरसा जिलों से थे। उनकी उम्र 10 से 14 साल के बीच बताई जा रही है। उन्हें पंजाब में आलू खोदने के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस और संस्था के अधिकारियों द्वारा किए गए इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बच्चों के साथ आए दलाल को पुलिस को देखकर स्टेशन से फरार होते देखा गया। बीते शनिवार शाम समस्तीपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर जीआरपी और प्रयास संस्था के काउंसलर सोनेलाल ठाकुर को कुछ बच्चों को बैग लेकर चलते हुए देखा।

यह बच्चे अपने परिवार के बारे में सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे। जिससे संदेह उत्पन्न हुआ। बच्चों से पूछताछ के बाद पता चला कि वे सभी एक ठेकेदार के माध्यम से पंजाब में काम करने के लिए जा रहे थे। उनकी यात्रा की असलियत का खुलासा होने पर तत्काल उन्हें रेस्क्यू कर लिया गया। रेस्क्यू किए गए सात बच्चों में से तीन बच्चे मधेपुरा और चार बच्चे सहरसा के निवासी हैं। सभी बच्चों की उम्र 10 से 14 वर्ष के बीच है। पूछताछ के दौरान बच्चों ने बताया कि उन्हें पंजाब में आलू खोदने के काम के लिए ले जाया जा रहा था जो बाल मजदूरी की श्रेणी में आता है। जैसे ही बच्चों को रेस्क्यू किया गया और जीआरपी थाना लाया गया पुलिस को जानकारी मिली कि बच्चों को ले जा रहे दलाल भी स्टेशन पर ही मौजूद था। पुलिस को देख उसने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन वह पकड़ में नहीं आ सका। पुलिस ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है और आगे की कार्यवाही कर रही है।

रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को मेडिकल जांच के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल लाया गया। जहां उनका शारीरिक परीक्षण किया गया। इसके बाद बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया जाएगा, जो उनके परिवारों से संपर्क करेगी और उन्हें उनके अभिभावकों के हवाले किया जाएगा। बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बच्चों के भविष्य की देखभाल और उनकी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। इस रेस्क्यू ऑपरेशन ने बाल मजदूरी के खिलाफ चल रही लड़ाई को और मजबूती दी है। समस्तीपुर जीआरपी थाना अध्यक्ष बी. आलोक ने कहा कि पुलिस और सामाजिक संगठनों के सहयोग से ऐसे मामलों में कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यह घटना बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एक बड़ा संदेश देती है और यह दिखाती है कि समस्तीपुर जंक्शन पर भी पुलिस और समाजसेवी मिलकर ऐसे मामलों की पहचान और समाधान में काम कर रहे हैं।