अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में खुलासा, तीन महीने पहले ही बदला गया था विमान का इंजन
- Post By Admin on Jun 18 2025

अहमदाबाद : एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 के भीषण हादसे की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दाहिने इंजन को महज तीन महीने पहले बदला गया था। मार्च 2025 में हुए इस इंजन प्रतिस्थापन के बावजूद उड़ान भरने के चंद सेकेंडों में ही विमान बीजे मेडिकल कॉलेज छात्रावास से टकराकर क्रैश हो गया।
जांच एजेंसियों के अनुसार, पुराने इंजन की मरम्मत के बाद उसे दोबारा फिट किया गया था। जबकि विमान की पिछली विस्तृत रखरखाव जांच जून 2023 में हुई थी और अगली जांच दिसंबर 2025 में प्रस्तावित थी। इससे पहले ही यह जानलेवा हादसा सामने आ गया।
बीमा कवर में भी हुआ था इजाफा
हादसे से पहले एयर इंडिया ने अपने बेड़े में शामिल इस ड्रीमलाइनर विमान के बीमा कवर को 750 करोड़ से बढ़ाकर 850 करोड़ रुपये कर दिया था। यह बात अब जांच एजेंसियों के रडार पर है। उल्लेखनीय है कि अब तक किसी भी बड़े विमान हादसे में 3,000 करोड़ रुपये तक का बीमा दावा सामने आया है।
DGCA ने दिए सुरक्षा जांच के आदेश, दर्जनों उड़ानें रद्द
घटनाक्रम के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की आपात सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। इसके तहत 12 जून से 17 जून के बीच 66 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। एयरलाइन के पास कुल 33 ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें से 9 की जांच पूरी कर ली गई है और बाकी पर काम जारी है।
हादसे में 270 से अधिक लोग प्रभावित, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री की भी मौत
इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से केवल एक की जान बच सकी, जबकि दो पायलट और 10 क्रू मेंबर समेत शेष सभी की मौत हो गई। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी हादसे का शिकार हो गए। जमीन पर कम से कम 29 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
जांच में शामिल हुईं कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां
हादसे की गंभीरता को देखते हुए इसमें विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), अमेरिकी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), डीजीसीए, गुजरात पुलिस, और बोइंग कंपनी समेत एफएए और यूके सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) भी जांच में सहयोग कर रहे हैं।
सवालों के घेरे में एयर इंडिया की मेंटेनेंस नीतियां
अब यह जांच का केंद्र बिंदु बन गया है कि तीन महीने पहले बदले गए इंजन में कोई तकनीकी त्रुटि थी या फिटिंग प्रक्रिया में चूक हुई। हादसे के बाद एयर इंडिया की मेंटेनेंस और सुरक्षा प्रक्रियाएं एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं।