दलित विधवा के आशियाने पर चला बुलडोजर, माले ने लगाया भाजपा पर दलित विरोधी राजनीति का आरोप
- Post By Admin on Jul 02 2025
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औराई : औराई विधानसभा के साहिला बल्ली गांव में दलित विधवा पुनीता पासवान के घर पर प्रशासन द्वारा चलाए गए बुलडोजर ने एक बार फिर राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। इस कार्यवाई के खिलाफ भाकपा-माले और आरवाईए के कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाकपा-माले की राज्य कमिटी के सदस्य और आरवाईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफ़ताब आलम ने इसे भाजपा की “क्रूर और दलित विरोधी राजनीति का शर्मनाक उदाहरण” करार दिया है।
आफ़ताब आलम ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पुनीता पासवान, जो वर्षों से अपने बच्चों के साथ कठिन परिस्थितियों में जीवन जी रही थीं, उनका घर प्रशासन ने भाजपा विधायक के दबाव में आकर तोड़ दिया। यह कार्यवाई उस महिला के खिलाफ है, जिसने बीते आठ महीनों से न्याय के लिए सड़क, प्रशासन और न्यायालय में संघर्ष किया।
उन्होंने बताया कि भाकपा-माले इस पूरे प्रकरण को लेकर लगातार संघर्ष कर रही थी, लेकिन सत्ता और प्रशासन की मिलीभगत ने न्याय को रौंद डाला। उन्होंने इसे “इंसानियत के खिलाफ अपराध” बताया।
आफ़ताब आलम ने सरकार से तीन प्रमुख मांगें रखीं:
• पुनीता पासवान के टूटे आशियाने का अविलंब पुनर्निर्माण कराया जाए और उन्हें उचित मुआवजा मिले।
• बुलडोजर कार्यवाई में संलिप्त भाजपा विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जाए।
• औराई विधानसभा क्षेत्र में दलितों और गरीबों पर हो रहे उत्पीड़न की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
उन्होंने घोषणा की कि भाकपा-माले इस अन्याय के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी और गांव-गांव, पंचायत-पंचायत तक न्याय की आवाज पहुंचाई जाएगी।
“यह सिर्फ पुनीता पासवान की नहीं, बल्कि पूरे समाज के सम्मान और न्याय की लड़ाई है। हम इसे निर्णायक मोड़ तक ले जाएंगे,” - आफ़ताब आलम ने दो टूक कहा।
इस मामले ने दलित अधिकारों और प्रशासनिक निष्पक्षता को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय स्तर पर भी विरोध के स्वर तेज हो रहे हैं और आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।