महाकुंभ में महिलाओं के वीडियो बेचने वाला यूट्यूबर समेत कई गिरफ्तार
- Post By Admin on Feb 24 2025

प्रयागराज : महाकुंभ में संगम स्नान कर रही महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ऑनलाइन बेचने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस अपराध में प्रयागराज के चंद्रप्रकाश फूलचंद समेत कई यूट्यूबर्स शामिल थे। आरोपियों ने महिलाओं और युवतियों की मदद से ये वीडियो बनाए और इन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किया।
पुलिस जांच में नए खुलासे
क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की जांच में यह सामने आया है कि इन यूट्यूबर्स ने संगम नोज समेत अन्य घाटों पर वीडियो शूट करने के लिए महिलाओं को हायर किया। इस पूरे गिरोह का खुलासा तब हुआ जब गुजरात पुलिस ने एक हैकर्स ग्रुप को पकड़ा, जिसने अस्पतालों के सीसीटीवी फुटेज हैक कर महिलाओं के निजी वीडियो चुराए थे। जांच में पता चला कि यही गिरोह महाकुंभ के वीडियो भी खरीद रहा था।
आरोपियों की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्यवाही
प्रयागराज पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चंद्रप्रकाश फूलचंद भी शामिल है। पुलिस अब उन महिलाओं और युवतियों की पहचान करने में जुटी है, जिन्होंने इस अपराध में सहयोग किया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई नए सुराग मिले हैं और अन्य यूट्यूबर्स के नाम भी सामने आए हैं।
परिवार का बयान और गांव का माहौल
जब जांच टीम आरोपी चंद्रप्रकाश के गांव पहुंची, तो परिवार और ग्रामीणों ने पहले बातचीत करने से इनकार कर दिया। चंद्रप्रकाश की पत्नी आंचल ने मीडिया पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि "बहुत लोग वीडियो बनाते हैं।" वहीं, उसकी मां निर्मला देवी ने रोते हुए कहा कि उनका बेटा रिश्तेदारी में गया था, जहां से पुलिस उसे उठा ले गई।
चंद्रप्रकाश का यूट्यूब चैनल और डिजिटल अपराध
चंद्रप्रकाश के दो यूट्यूब चैनल ‘CP Monda’ नाम से हैं, जिनमें से एक जनवरी 2025 में बनाया गया था। इन चैनलों पर महाकुंभ में महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलने के वीडियो डाले गए थे। इसके अलावा, अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने वाली महिलाओं के वीडियो भी अपलोड किए गए थे।
पुलिस की जांच जारी
प्रयागराज पुलिस और साइबर क्राइम सेल इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हुई है। यूपी पुलिस, एसटीएफ और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि इस अपराध से जुड़े और भी लोग सामने आ सकते हैं।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में वीडियो बनाने के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। प्रयागराज पुलिस इस मामले में गुजरात पुलिस से संपर्क कर रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। यह मामला न केवल साइबर अपराध बल्कि महिलाओं की निजता के उल्लंघन का भी गंभीर उदाहरण है। प्रशासन इस पूरे मामले में कड़ी कार्यवाही की तैयारी कर रहा है।