अनंत सिंह पर गैंगवार का हमला, गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच बाल-बाल बचें पूर्व विधायक

  • Post By Admin on Jan 23 2025
अनंत सिंह पर गैंगवार का हमला, गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच बाल-बाल बचें पूर्व विधायक

मोकामा : पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हमले का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही है और सड़क पर बदहवास लोग भागते हुए दिख रहे हैं। यह घटना बुधवार को नौरंगा-जलालपुर गांव में हुई। जब अनंत सिंह और उनके समर्थकों के बीच सोनू-मोनू गिरोह के साथ गोलीबारी हो गई। इस गोलीबारी में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। जबकि उनके समर्थक उदय यादव को गोली लग गई। उन्हें इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गोलियों की तड़तड़ाहट, सड़क पर भागते लोग

घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। जिसमें देखा जा सकता है कि गोलीबारी के बाद लोग सड़क पर भागते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में एक सफेद रंग की कार भी दिखाई दे रही है। जिससे इस गैंगवार के हिंसक रूप को देखा जा सकता है। स्थानीय लोग दावा कर रहे हैं कि इस घटना में लगभग 70 राउंड गोलियां चलीं। हालांकि पुलिस के मुताबिक दोनों ओर से लगभग 20 राउंड फायरिंग हुई थी।

गैंगवार के कारण : सोनू-मोनू गिरोह और पूर्व विधायक के समर्थक

घटना के बारे में जानकारी मिली है कि यह गोलीबारी पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच हुई। आरोप है कि सोनू-मोनू ने मुकेश कुमार (ईंट-भट्ठा के मुंशी) के साथ मारपीट की और उसे और उसके परिवार को घर से बाहर निकाल दिया। इस घटना की जानकारी मिलने पर अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ इस क्षेत्र में गए थे।

दोनों को समझाने गए थे अनंत सिंह 

पूर्व विधायक अनंत सिंह ने घटना के बारे में बताया कि नौरंगा गांव के करीब 10-15 लोग उनके पास आए थे और सोनू-मोनू की शिकायत करते हुए कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति के घर में जबरन ताला लगा दिया और पूरे परिवार को बेदखल कर दिया। इसके बाद अनंत सिंह ने कहा कि उन्होंने पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी, लेकिन जब कार्यवाही नहीं हुई, तो उन्होंने खुद जाकर बंद घर का ताला खुलवाया। इस मामले को शांत करने के लिए अनंत सिंह ने सोनू-मोनू को समझाने के लिए अपने समर्थकों को भेजा था।

नौरंगा-जलालपुर गांव में स्थिति तनावपूर्ण

घटना के बाद, नौरंगा-जलालपुर गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। बाढ़ डीएसपी और अन्य पुलिसकर्मी इलाके में कैंप कर रहे हैं। डीएसपी के मुताबिक, पुलिस की जांच में पता चला है कि दोनों गुटों के बीच लगभग 20 राउंड फायरिंग हुई थी। हालांकि, स्थानीय लोगों का दावा है कि गोलियों की संख्या 70 राउंड से भी ज्यादा थी। पुलिस इलाके में गश्त कर रही है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कड़ी कार्यवाही की योजना बना रही है।

राजनीतिक बयानबाजी और पुलिस कार्यवाही की मांग

घटना के बाद स्थानीय नेताओं और विपक्ष ने इस हमले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह हमला बिहार में अपराध की बढ़ती समस्या और कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है। पुलिस से सख्त कार्यवाही की मांग की गई है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।