पटाखा गोदाम विस्फोट के बाद विवाद, परिजनों ने रोका अंतिम संस्कार

  • Post By Admin on Sep 17 2024
पटाखा गोदाम विस्फोट के बाद विवाद, परिजनों ने रोका अंतिम संस्कार

यूपी : यूपी के फिरोजाबाद के शिकोहाबाद तहसील के नौशहरा गांव में सोमवार देर रात हुए पटाखा गोदाम विस्फोट में पांच लोगों की दर्दनाक मौत के बाद मुआवजे को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की घोषणा के बाद, परिजनों और गांव के लोगों ने इसे अस्वीकार कर दिया और अंतिम संस्कार रोक दिया। परिजनों ने मांग की है कि प्रत्येक मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। साथ ही जिनके मकान पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं, उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाए।

विस्फोट में 45 वर्षीय मीरा देवी, उनके बेटे 17 वर्षीय अमन कुशवाह और 16 वर्षीय गौतम कुशवाह , धर्मेंद्र कुमार के डेढ़ साल के बेटे अभिनव और तीन साल की बेटी इच्छा की मलबे में दबने से मौत हो गई। इसके अलावा, 40 वर्षीय राकेश , उनके बेटे 22 वर्षीय विष्णु ,  25 वर्षीय सोनी कुशवाह और 30 वर्षीय आकांक्षा  समेत एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। विस्फोट के कारण आसपास के एक दर्जन मकान भी पूरी तरह ध्वस्त हो गए।

धमाके के बाद गांव में मातम छा गया था, और जब शवों को गांव में लाया गया, तो माहौल और भी गमगीन हो गया। ग्रामीण और मृतकों के परिजन, मलबे के पास ही बैठकर प्रशासन द्वारा घोषित मुआवजे की रकम को ठुकरा चुके थे। उनके अनुसार, मात्र चार लाख रुपये का मुआवजा इस दुखद हादसे के लिए अपर्याप्त है। अंतिम संस्कार के लिए की जा रही तैयारी को रोकते हुए, उन्होंने प्रशासन को साफ संदेश दिया कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई I जब डीएम रमेश रंजन, एसएसपी सौरभ दीक्षित, एडीएम विशु राजा, विधायक डॉ. मुकेश वर्मा और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों से बातचीत कर स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। परिजनों ने साफ कहा कि वे मुख्यमंत्री या भाजपा के किसी बड़े मंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधी बातचीत चाहते हैं। जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

इस दर्दनाक हादसे में विस्फोट इतना भयावह था कि नौशहरा निवासी विनोद कुशवाह, चंद्रकांत, गुड्डू, श्याम सिंह, अनिल, विष्णु, राकेश, पप्पू और कई अन्य लोगों के घर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। प्रभावित परिवार अब उचित मुआवजे और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।