गोपाल खेमका हत्याकांड में बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी, हथियार सप्लायर एनकाउंटर में ढेर

  • Post By Admin on Jul 09 2025
गोपाल खेमका हत्याकांड में बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी, हथियार सप्लायर एनकाउंटर में ढेर

पटना : पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने की दिशा में बिहार पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। इस सनसनीखेज वारदात में हथियार सप्लाई करने वाला कुख्यात अपराधी विकास उर्फ राजा को पुलिस ने मंगलवार तड़के मालसलामी इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजा वही शख्स था जिसने खेमका की हत्या के लिए शूटरों को हथियार मुहैया कराया था। जैसे ही एसआईटी को उसके ठिकाने की सूचना मिली, पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने पहुंची, जहां पीर दमरिया घाट के पास रात करीब 2:45 बजे मुठभेड़ हुई। जवाबी कार्रवाई में राजा ढेर हो गया।

घटनास्थल से हथियार और कारतूस बरामद

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, कई कारतूस और खोखे बरामद किए हैं। राजा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एसडीपीओ पटना सिटी खुद मौके पर पहुंचे और जांच का नेतृत्व किया। यह मुठभेड़ मालसलामी थाना क्षेत्र से महज दो किलोमीटर दूर घटी, जो पहले से ही अपराध के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है।

उमेश शूटर की गिरफ्तारी के बाद मिला था सुराग

इससे पहले पुलिस ने इस हत्याकांड में उमेश कुमार नामक शूटर को गिरफ्तार किया था, जिसने पूछताछ में राजा की भूमिका का खुलासा किया। एसआईटी ने तभी से राजा की तलाश तेज कर दी थी। माना जा रहा है कि राजा हत्या की साजिश में सीधे तौर पर शामिल था और संभावित मास्टरमाइंड से भी उसका संपर्क था।

क्या है पूरा मामला?

पिछले शनिवार को गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पनास होटल के पास व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना तब हुई जब खेमका अपने अपार्टमेंट के बाहर कार से उतर रहे थे। हमलावर पहले से घात लगाकर बैठे थे और बेहद नजदीक से उन पर गोलियां चलाई गईं। खेमका को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

हत्या की वजह: जमीन विवाद या पुरानी रंजिश?

पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे जमीन विवाद या पूर्व से चली आ रही आपसी रंजिश हो सकती है। खेमका शहर के जाने-माने व्यवसायियों में से एक थे और कई कारोबारी सौदों से जुड़े हुए थे। पुलिस अब हत्या के मास्टरमाइंड और बाकी सहयोगियों की तलाश में जुटी हुई है।

गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर पटना पुलिस पर काफी दबाव था, और इस एनकाउंटर को एसआईटी की बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अब हत्याकांड की परतें और तेजी से खुलेंगी।