सावधान : बिहार बोर्ड के नाम पर साइबर ठग बना रहे अभिभावकों को निशाना
- Post By Admin on Mar 18 2025

सूर्यगढ़ा : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के नाम पर इन दिनों साइबर ठग अभिभावकों से ठगी की कोशिश कर रहे हैं। 'हैलो, मैं बिहार बोर्ड से डाटा ऑपरेटर बोल रहा हूं। आपकी बेटी मैट्रिक में फेल हो रही है, पास कराना है तो 6 हजार रुपए देने होंगे'... कुछ इसी तरह के फोन कॉल अभिभावकों के मोबाइल पर लगातार आ रहे हैं।
ताजा मामला लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा अनुमंडल क्षेत्र के मानिकपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सलेमपुर गांव का है। मंगलवार की सुबह 11:36 बजे गांव के रामप्रवेश सिंह के मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिहार बोर्ड का डाटा ऑपरेटर बताते हुए कहा कि उनकी बेटी रूही कुमारी गणित में फेल हो रही है। 11 नंबर कम है और पास कराने के लिए 6 हजार रुपए अकाउंट में भेजने होंगे। आरोपी ने कहा कि यदि पैसे नहीं भेजे गए तो रिजल्ट फेल आएगा। इतना ही नहीं, आरोपी ने यहां तक कहा कि अगर बेटी को बिहार टॉपर बनवाना है तो 2 लाख रुपए देने होंगे।
जानकारी के मुताबिक, परीक्षा समाप्त होते ही साइबर अपराधी सक्रिय हो जाते हैं। परीक्षार्थियों का रोल कोड, रोल नंबर, अभिभावकों का मोबाइल नंबर और स्कूल का नाम जैसे तमाम डिटेल्स का इस्तेमाल कर अभिभावकों को भ्रमित किया जा रहा है।
स्थिति यह है कि कई अभिभावक झांसे में आकर फर्स्ट डिवीजन या पास कराने के नाम पर हजारों रुपए गंवा चुके हैं, लेकिन शर्म के कारण मामले को सामने नहीं ला रहे।
बिहार बोर्ड की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मैट्रिक और इंटर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं पूरी तरह से गोपनीय प्रक्रिया में जांची जाती हैं। आंसर शीट पर परीक्षार्थी का नाम तक नहीं रहता। रोल कोड और रोल नंबर को हटाकर बारकोडेड सिस्टम लागू किया जाता है। मूल्यांकन के दौरान मेकर, चेकर और सुपरवाइजर की तैनाती रहती है। ऐसे में किसी तरह की पैरवी या पैसे देकर रिजल्ट में बदलाव संभव नहीं है।
अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के किसी भी कॉल से अभिभावक सावधान रहें। यदि कोई व्यक्ति पैसे मांगता है तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय थाना या साइबर सेल को दें। ऐसे मामलों में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।