डायलिसिस के दौरान काटा युवक का जीभ, परिजनों ने चंदा मांगकर कराया इलाज
- Post By Admin on Mar 01 2025

समस्तीपुर : जिले के विभूतिपुर प्रखंड अंतर्गत सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के निवासी रामनाथ पासवान के 40 वर्षीय पुत्र सत्यनारायण पासवान उर्फ शत्रुघ्न पासवान के साथ एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। निजी नर्सिंग होम में किडनी डायलिसिस के दौरान उसकी जीभ काट दी गई, जिससे उसकी स्थिति नाजुक हो गई। परिजनों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सत्यनारायण की किडनी में समस्या थी और पहले उसका इलाज पटना में हुआ था। बाद में 30,000 रुपये में रोसड़ा में चार सूई लगवाने के बाद डॉक्टर ने डायलिसिस कराने की सलाह दी थी। इसके बाद वह समस्तीपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां से उसे वैष्णवी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
हॉस्पिटल में डायलिसिस के दौरान अचानक उसके मुंह से खून बहने लगा और उसके साथ जो घटित हुआ, वह चौंकाने वाला था। डॉक्टरों और कंपाउंडर ने बताया कि दोनों किडनी फट गई थीं और इलाज की कोई उम्मीद नहीं थी। इसके बावजूद, इलाज के नाम पर 20,000 रुपये लिए गए और उसे घर ले जाने की सलाह दी गई। घर लाने के बाद अचानक सत्यनारायण की तबीयत में कुछ सुधार हुआ। परिजनों ने बताया कि इस दौरान चिकित्सकों और नर्सिंग होम संचालक ने जबरन कागजात छीन लिए और उसे जाने से रोकने का प्रयास किया।
बाद में, पैसे की तंगी से जूझ रहे परिजनों ने चंदा एकत्र किया और सत्यनारायण को बेगूसराय के एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसकी जीभ से काटे गए हिस्से को निकाला। फिलहाल उसकी स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन परिजनों ने इलाज के लिए पैसे की कमी की बात की।
इस घटना को लेकर सिविल सर्जन एसके चौधरी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि डायलिसिस के दौरान कभी-कभी मरीज की स्थिति बिगड़ने पर एंडोस्कोपी की जाती है, जिसमें जीभ कट सकता है, लेकिन पूरी जीभ काटने की घटना लापरवाही का संकेत देती है। जांच में अगर लापरवाही सामने आई, तो कार्यवाही की जाएगी।