अखिल भारतीय श्रमिक सम्मान यात्रा के दौरान श्रमिकों के अधिकारों की हुई चर्चा
- Post By Admin on Feb 17 2025

मुजफ्फरपुर : विश्व विभूति पुस्तकालय कच्ची पक्की में रविवार को अखिल भारतीय श्रमिक सम्मान यात्रा के दौरान श्रमिकों के अधिकारों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राजेश उपाध्याय ने कहा कि सरकार किसानों को किसान सम्मान निधि के रूप में ₹6000 सालाना देती है, लेकिन मजदूरों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उपाध्याय ने सरकार से अपील की कि जैसे किसानों को सम्मान निधि मिलती है, वैसे ही मजदूरों को भी सम्मान निधि मिलनी चाहिए और साथ ही मजदूरों को वृद्धा पेंशन के रूप में ₹5,000 महीने मिलने चाहिए।
वहीं, श्रमिक यात्री प्रकाश कुमार ने कहा कि मजदूरों की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय स्तर पर आंदोलन चलाने की आवश्यकता है, ताकि सरकार उनकी आवाज सुने। उन्होंने कहा कि सरकार मूलभूत कामों को नजरअंदाज कर रही है और अब मजदूरों को आठ घंटे के काम के लिए विवश किया जा रहा है, जो पहले नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार न्याय और अधिकारियों को दबाने का काम कर रही है।
वक्ताओं ने एकमत से कहा कि मजदूर, किसान और अन्य असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को एकजुट होकर एक मंच पर आकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। इस दौरान बैठक की अध्यक्षता शाहिद कमाल ने की, जबकि धन्यवाद ज्ञापन पो अवधेश कुमार ने किया। बैठक में के के झा, मो. इदरीस, प्रोफेसर संजय सुमन, प्रोफेसर रिजवी, अर्जुन कुमार, अधिवक्ता मुकेश प्रसाद ठाकुर, अधिवक्ता वंदना प्रीतम, अनिता कुमारी, शिवम, रणजी कुमार, महेश्वर पासवान, आनंद पटेल जैसे प्रमुख व्यक्तियों ने अपने विचार रखे।