पर्यावरण भारती द्वारा रमा एकादशी व्रत एवं अन्तर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण        

  • Post By Admin on Oct 28 2024
पर्यावरण भारती द्वारा रमा एकादशी व्रत एवं अन्तर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण        

पटना : रमा एकादशी व्रत एवं अन्तर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस के अवसर पर 28 अक्टूबर को पर्यावरण भारती द्वारा पटना के शाखा मैदान, राजेन्द्र नगर में देव वृक्ष पीपल का वृक्षारोपण हुआ। वृक्षारोपण का नेतृत्व पटना महानगर के पर्यावरण पेड़ प्रमुख हिमालय कुमार ने किया। 

पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक तथा अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि,  कार्तिक मास के "रमा एकदशी व्रत " के शुभ अवसर पर अपने पूज्य पिताजी एवं पूज्या माता जी के पुण्य स्मरण में देव वृक्ष पीपल का वृक्षारोपण अति शुभदायक है। 

इस दिन भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी जी का पूजन होता है। 4 दिन बाद दीपावली उत्सव है। भगवान श्रीराम जी के 14 वर्ष वनवास के पश्चात जन्मभूमि अयोध्या वापस लौटे थे। अतः उनके स्वागत हेतु मिट्टी के दीये जलाये। भगवान श्रीराम जी पुरूषोत्तम थे। उनका जीवन मानव के लिए प्रेरणादायक है। इसी कारण भारत के बाहर विदेशों में भी दीपोत्सव कार्यक्रम होता है। यह एक उल्लास का पर्व है। 

उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि, 2024 में हम सभी हरित दिवाली मनायें। पर्यावरणपूरक दीपोत्सव होने से वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण तथा मिट्टी प्रदूषण से बचा जा सकता है। मिट्टी के दीयों में किरासन तेल नहीं जलायें। इससे हवा प्रदूषित होने से फेफड़ों की बिमारी बढ़ेगी। पटाखों के आवाज से ध्वनि प्रदूषण बढ़ेगा। पेड़ पौधों से पर्यावरण शुद्ध तथा वायुमंडल स्वच्छ होता है। 


शाण्डिल्य ने बताया कि स्व. श्यामा देवी धर्मपरायण थीं तथा स्व. रघुवंश भूषण उपाध्याय जी पटना महानगर के पी. एन. एंग्लो उच्च विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक थे। उन्हें एक पुत्री अलका देवी, 6 पुत्र प्रोफेसर डाॅ. अजय कुमार उपाध्याय, रंजन उपाध्याय, राज भूषण, कुल भूषण, बम भूषण, श्याम भूषण उपाध्याय हैं। ऐसे महानुभाव के पुण्य स्मरण में देव वृक्ष पीपल का वृक्षारोपण सर्वोत्तम कार्य है।                         

पर्यावरणविद तथा पर्यावरण शैक्षणिक आयाम के सह प्रांत प्रमुख प्रो. डाॅ. अजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि, 28 अक्टूबर 2024 को एकादशी के साथ साथ अन्तर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस भी है। 

28 अक्टूबर 1892 को विश्व में पहली बार फ्रांस में एमिल शेयानार्ड द्वारा चलती हुई चित्रों का सार्वजनिक प्रदर्शन हुआ था। अतः 2002 में 28 अक्टूबर को पहली बार अन्तर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस मनाया गया। 

इसका उद्देश्य "चित्रों,छवियों को क्रमिक तरीके से चलाकर उनमें जीवन देना " हैं।                              

पर्यावरण भारती के वृक्षारोपण कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सरिता शंकर, पोलिथीन उपक्रम प्रांत प्रमुख योगेश कुमार, राम बिलास शाण्डिल्य, प्रो अजय कुमार उपाध्याय, रंजन  उपाध्याय, हिमाचल कुमार, पीयूष कुमार इत्यादि ने भाग लिए।