स्वतंत्रता सेनानी नानक सिंह की जयंती पर वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
- Post By Admin on Jul 04 2025

लखीसराय : महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और प्रसिद्ध उपन्यासकार नानक सिंह की जयंती पर शुक्रवार को लखीसराय में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की गई। पर्यावरण भारती संस्था के तत्वावधान में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें कई समाजसेवियों और डाक विभाग के कर्मियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का नेतृत्व डाककर्मी महेंद्र कुमार बर्णवाल ने किया। इस अवसर पर देववृक्ष पीपल समेत कटहल, अमरूद, आंवला और महोगनी जैसे कुल नौ पौधे लगाए गए। जिला पेड़ उपक्रम प्रमुख डॉ. संजय कुमार सिंह ने मौके पर कहा कि “आज के दौर में शुद्ध प्राकृतिक ऑक्सीजन पाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए हर नागरिक को कम से कम 10 पेड़ लगाने चाहिए।”
संस्था के संस्थापक रामबिलास शाण्डिल्य ने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताते हुए हिमालयी क्षेत्रों में बढ़ते भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से 10 लोगों की जान गई, जो इस संकट की गंभीरता को दिखाता है। इससे निपटने के लिए वृक्षारोपण को एक जन आंदोलन बनाना होगा।”
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी नानक सिंह के प्रेरणादायक जीवन पर भी प्रकाश डाला गया। उनका जन्म 4 जुलाई को झेलम (अब पाकिस्तान में) हुआ था। पहले उनका नाम हंसराज था, बाद में उन्होंने सिख धर्म अपनाकर नानक सिंह नाम धारण किया। वे जलियांवाला बाग हत्याकांड के प्रत्यक्षदर्शी थे, जिसमें उनके दो मित्र मारे गए थे। इस घटना से व्यथित होकर उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ ‘खूनी बैसाख’ कविता लिखी, जिससे नाराज होकर अंग्रेजों ने उन्हें जेल भेज दिया था।
नानक सिंह की रचनाओं में 1942 में प्रकाशित उपन्यास पवित्र पापी को विशेष ख्याति मिली, जिस पर 1968 में बलराज साहनी अभिनीत फिल्म भी बनी। 1960 में उन्हें पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। उनका निधन 28 दिसंबर 1972 को हुआ।
कार्यक्रम को प्रतिभागियों ने न केवल एक पर्यावरणीय पहल, बल्कि राष्ट्रभक्ति से जुड़ी प्रेरक स्मृति के रूप में भी देखा। कार्यक्रम में महेंद्र कुमार बर्णवाल, डॉ. संजय कुमार सिंह, रामबिलास शाण्डिल्य, मलयपुर उपडाकपाल राजकुमार रजक, सहायक डाकपाल अमृतेश कुमार, एमटीएस अजीत कुमार, ग्रामीण डाकसेवक प्रिंस कुमार, विक्रम ठाकुर, परमानंद बर्णवाल सहित कई लोग उपस्थित थे।