ट्रेन की चपेट में आने से तीन बहनों की दर्दनाक मौत

  • Post By Admin on Jan 10 2025
ट्रेन की चपेट में आने से तीन बहनों की दर्दनाक मौत

लखीसराय : जिले के चानन प्रखंड स्थित शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर शुक्रवार को एक बड़ा रेल हादसा हुआ। जिसमें तीन सगी बहनों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब ये महिलाएं गोपालपुर गांव में आयोजित श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए जा रही थीं। ये महिलाएं ईएमयू ट्रेन से उतरने के बाद पैदल ट्रैक पार कर रही थीं और तेज रफ्तार से आ रही हमसफर एक्सप्रेस की चपेट में आ गईं।

हादसे में मृतकों की पहचान पीरगौरा निवासी बिल्टी मंडल की पत्नी चंपा देवी, गणपति मंडल की पत्नी राधा देवी और पिपरिया दियारा निवासी संसरवा देवी के रूप में की गई है। तीनों महिलाएं सगी बहनें थीं। इनके साथ चौथी बहन भी थी, जो इस हादसे में बाल-बाल बच गई।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चारों बहनें गोपालपुर गांव में आयोजित श्राद्ध कर्म में भाग लेने के लिए शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर उतरी थीं। वे ईएमयू ट्रेन से यात्रा करके पैदल ही ट्रैक पार करने लगीं, तभी पटना की ओर से तेज रफ्तार में आ रही हमसफर एक्सप्रेस ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। यह दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तीनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।

इस हादसे ने पीरगौरा और पिपरिया दियारा गांव में शोक की लहर छा गई है। परिजन और ग्रामीण इस घटना से गहरे सदमे में हैं। यह त्रासदी विशेष रूप से श्राद्ध कार्यक्रम के दौरान घटित हुई। जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।

घटना की सूचना मिलने के बाद चानन थाना की पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

यह हादसा रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर यात्रियों के लिए फुटओवर ब्रिज या ट्रैक पार करने का कोई सुरक्षित रास्ता नहीं है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस हॉल्ट पर फुटओवरब्रिज होता तो यात्री सुरक्षित रूप से ट्रैक पार कर सकते थे। वहीं तीनों बहनों की जान बच सकती थी और यह हादसा टल सकता था। स्थानीय ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन से उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई है।