लखीसराय में तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह संपन्न, सांस्कृतिक कार्यक्रम और विरासत यात्रा बने आकर्षण का केंद्र

  • Post By Admin on Mar 24 2025
लखीसराय में तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह संपन्न, सांस्कृतिक कार्यक्रम और विरासत यात्रा बने आकर्षण का केंद्र

लखीसराय : बिहार दिवस 2025 के मौके पर लखीसराय जिले में आयोजित तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का समापन सोमवार को हो गया। 'उन्नत बिहार - विकसित बिहार' थीम के साथ मनाए गए इस उत्सव की शुरुआत 22 मार्च को प्रभात फेरी और के.आर.के. मैदान में सांस्कृतिक संध्या से हुई थी।

समारोह के दूसरे दिन 23 मार्च को स्कूली बच्चों द्वारा निकाली गई साइकिल चेतना रैली ने कार्यक्रम में ऊर्जा भरी। इसके बाद समूह लोकगायन और लोकनृत्य प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। वहीं संध्या में सुर संग्राम विजेता एवं लोकप्रिय गायक आलोक कुमार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपने सुरों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

आज तीसरे दिन 24 मार्च को रजौना चौकी मध्य विद्यालय के बच्चों द्वारा लखीसराय संग्रहालय तक विरासत यात्रा निकाली गई, जिसने सभी का ध्यान खींचा। जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर 'फरोग-ए-उर्दू' सेमिनार का शुभारंभ किया। नगर भवन में बच्चों के बीच कहानी लेखन, कविता लेखन और निबंध प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें बच्चों ने अपने लेखनी से प्रतिभा का लोहा मनवाया। वहीं सुगम संगीत कार्यक्रम में स्वर लहरियों ने सबको भाव-विभोर कर दिया। मध्याह्न भोजन योजना की पाक कला प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों की रसोई टीमों ने हिस्सा लिया। तीन श्रेणियों में हुई इस प्रतियोगिता में विजयी टीमों को सम्मानित किया गया। के.आर.के. मैदान में लगे कृषि मेला, विज्ञान प्रदर्शनी और विभिन्न सरकारी योजनाओं के 40 स्टॉल का निरीक्षण डीएम मिथिलेश मिश्र ने किया। इसी दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों को स्वीकृति पत्र और प्रतीकात्मक चाभी भी सौंपी गई।

समापन संध्या में कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन हुआ, जिसमें कवियों ने अपने शब्दों से बिहार की गौरवशाली विरासत को जीवंत कर दिया। इस भव्य समारोह में अपर समाहर्ता सुधांशु शेखर, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, एसडीओ चंदन कुमार, वरीय उपसमाहर्ता शशि कुमार, डीपीआरओ विनोद प्रसाद, भूमि सुधार उपसमाहर्ता सीतु शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम, कला एवं संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन सहित कई अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद रहे।