कठपुतली कला के लिए सुनील कुमार को कर्ण पुरस्कार से नवाजा गया
- Post By Admin on Feb 23 2025

मुजफ्फरपुर : जिले के कठपुतली कलाकार सुनील कुमार को राष्ट्रीय अंग समागम में ‘कर्ण पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें कठपुतली कला के संरक्षण और इसके माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाने के उनके विशेष योगदान के लिए प्रदान किया गया। इस अवसर पर देश के जाने-माने साहित्यकारों, रंगकर्मियों और समाजसेवियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने सुनील कुमार की इस उपलब्धि को कला जगत के लिए गर्व की बात बताया।
रविवार को सरला श्रीवास सामाजिक-सांस्कृतिक शोध संस्थान, मालीघाट, मुजफ्फरपुर में अखिल भारतीय कायस्थ कल्याणकारी सभा की बैठक आयोजित की गई। सभा के प्रदेश अध्यक्ष चंदन कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सुनील कुमार को मिले इस सम्मान पर हर्ष व्यक्त किया गया। चंदन कुमार ने कहा कि कठपुतली कला, जो अब विलुप्त होने के कगार पर है उसे जीवंत बनाए रखने और इसके जरिए सामाजिक संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के सुनील कुमार के प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय हैं। उनका यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का प्रमाण है बल्कि यह कला और संस्कृति के संरक्षण के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को भी दर्शाता है।
सुनील कुमार भारत के साथ-साथ नेपाल में भी कठपुतली कला के जरिए जनजागरूकता अभियान चला रहे हैं। वे पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अपने कला माध्यम से संदेश देने का काम कर रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि को मुजफ्फरपुर और कला जगत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है।
भागलपुर स्थित भगवान पुस्तकालय में आयोजित सम्मान समारोह में देशभर के कई गणमान्य लोग शामिल हुए। वरिष्ठ शिक्षाविद एवं समाजसेवी प्रो. रतन मंडल की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत ने किया। इस अवसर पर कला, शिक्षा और सामाजिक कार्यों से जुड़े कई विद्वान, लोकगायक और पत्रकार उपस्थित रहे। इस उपलब्धि पर चाइल्डसेफ के सचिव जयचंद्र कुमार, सरला श्रीवास युवा मंडल की अध्यक्ष सुमन कुमारी, परफेक्ट सॉल्यूशन सोसाइटी के सचिव अनिल कुमार ठाकुर, अमन चिल्ड्रेन स्कूल की प्राचार्य बबीता ठाकुर, लोकगायिका अनीता कुमारी, कठपुतली कला केंद्र की सचिव प्रीति कुमारी, नव संचेतन के प्रमोद आजाद, संजीवनी संस्थान के नदीम खान, राष्ट्रीय लोक निर्माण पार्टी के महासचिव केदार प्रसाद सिंह, अधिवक्ता श्याम कुमार, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष रंजीता देवी और कई अन्य प्रमुख हस्तियों ने सुनील कुमार को इस सम्मान के लिए बधाई दी।
सम्मान प्राप्त करने के बाद सुनील कुमार ने अपने प्रेरणास्रोतों और सहयोगियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता प्रसून लतांत, आयोजक संस्थान अंग जन गण, अंग मदद फाउंडेशन, अंगिका सभा फाउंडेशन, कठपुतली गुरु रामलाल भट्ट, छत्तीसगढ़ रत्न विभाष उपाध्याय, वर्ल्ड डिजिटल अवार्ड से सम्मानित पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी और अन्य सहयोगियों ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया है। यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि उन सभी लोगों का है जो कठपुतली कला को जीवंत रखने के लिए प्रयासरत हैं।
सुनील कुमार की इस उपलब्धि को कठपुतली कला के पुनरुद्धार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके प्रयासों से यह पारंपरिक कला न केवल बची रहेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी।