राष्ट्रीय अंग समागम में कठपुतली कला के लिए सुनील कुमार को कर्ण पुरस्कार

  • Post By Admin on Feb 21 2025
राष्ट्रीय अंग समागम में कठपुतली कला के लिए सुनील कुमार को कर्ण पुरस्कार

मुजफ्फरपुर : विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर भगवान पुस्तकालय, भागलपुर में आयोजित राष्ट्रीय अंग समागम में प्रसिद्ध कठपुतली कलाकार सुनील कुमार को 'कर्ण पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें देश की लोककला विशेषकर अंग क्षेत्र की कठपुतली कला को जीवंत बनाए रखने और प्रचारित करने में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया।  

यह समागम प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, रंगकर्मी और नाटककार वीरेंद्र नारायण के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षाविद एवं समाजसेवी प्रो. रतन मंडल ने की। इस दौरान वीरेंद्र नारायण के पुत्र और समागम के मुख्य अतिथि विजय नारायण ने उनके साहित्य और रंगकर्म में दिए गए योगदान पर व्याख्यान दिया।  

कार्यक्रम के दौरान चर्चित रंगकर्मी शीतांशु अरुण और अजय के निर्देशन में वीरेंद्र नारायण के प्रसिद्ध हिंदी नाटक 'बापू के साए में' का अंगिका भाषा में मंचन किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। साथ ही, रंगकर्मी शीतांशु अरुण का सार्वजनिक अभिनंदन भी किया गया।  

इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो. उग्र मोहन झा (प्रताप विश्वविद्यालय, जयपुर), प्रो. फारूक अली (छपरा विश्वविद्यालय), प्रो. नंद कुमार यादव इंदु (रांची केंद्रीय विश्वविद्यालय), प्रो. मनोज कुमार (महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा) सहित कई गणमान्य साहित्यकार, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।  

कार्यक्रम का आयोजन अंग जन गण, अंग मदद फाउंडेशन, अंगिका सभा फाउंडेशन और दानवीर कर्ण वेलफेयर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत ने किया।