सफी अंसारी ने रहमत, बरकत और निजात के पाक महीने की अहमियत पर दिया संदेश
- Post By Admin on Mar 07 2025

समस्तीपुर : मदरसा डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन बिहार के प्रदेश संयोजक और मदरसा खुद्दाम ए मिल्लत के सहायक शिक्षक मोहम्मद सफी अंसारी ने रमजान उल मुबारक के पवित्र महीने की अहमियत को बताते हुए कहा कि यह महीना रहमतों, बरकतों और अल्लाह की खास रहमतों से भरा हुआ है। रमजान एक ऐसा पाक महीना है, जो पूरे मुस्लिम समुदाय के लिए नेकियों का खजाना और निजात का जरिया है।
सफी अंसारी ने बताया कि रमजान का महीना वह वक्त है जब अल्लाह तआला शैतान को कैद कर देता है और अपने बंदों पर रहमतों की बरसात करता है। इस महीने में रखे जाने वाले रोजे इंसान को नेकी, संयम और सच्चाई के रास्ते पर चलने की तालीम देते हैं। रोजे के माध्यम से इंसान को एक बेहतर और पाक जिंदगी जीने का प्रशिक्षण मिलता है। उन्होंने कहा कि रोजेदार का जमीर उसे एक नेक इंसान बनने की आदतें सिखाता है और सच्चे उसूलों पर चलने की प्रेरणा देता है।
सफी अंसारी ने यह भी कहा कि रमजान के पवित्र महीने में ही कुरआन पाक नाजिल हुआ था, जो इस महीने को और भी खास बनाता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी मुस्लिम भाइयों से अपील की कि वे इस रमजान में अपने आस-पास के गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करें, ताकि उनकी ईद भी खुशियों से भरपूर हो सके।
हम सभी को देश की सलामती, अमन-चैन और अवाम की तंदुरुस्ती के लिए हर नमाज के बाद अल्लाह तआला से दुआ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रमजान के इस पाक महीने में सच्चे दिल से की गई दुआएं जरूर कबूल होती हैं और यही समय है जब हमें अपने समाज और मुल्क के लिए दुआएं मांगनी चाहिए।