पुरी रथयात्रा 2025 : सुरक्षा के अभेद्य घेरे में भगवान जगन्नाथ की नगरी, 10 हजार से अधिक जवान तैनात
- Post By Admin on Jun 26 2025

पुरी : विश्व प्रसिद्ध पुरी रथयात्रा को लेकर ओडिशा पुलिस ने इस वर्ष सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिहाज से अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। पुलिस महानिदेशक वाई.बी. खुरानिया की अध्यक्षता में अंतिम सुरक्षा समीक्षा बैठक पूरी कर ली गई है। डीजी ने जानकारी दी कि रथयात्रा के शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित आयोजन हेतु सभी तैयारियां मुकम्मल हैं।
सुरक्षा को 8 जोन में बांटा गया
खुरानिया ने बताया कि सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन को 8 क्षेत्रों में बांटा गया है। श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर से लेकर भुवनेश्वर और कोणार्क तक निगरानी की जा रही है। इस बार पहली बार एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है, जो रियल टाइम निगरानी करेगा।
275 AI सक्षम सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी
शहर में 275 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनकी निगरानी पुरी, भुवनेश्वर और अन्य केंद्रों से की जा रही है। ड्रोन से हवाई निगरानी के साथ-साथ ड्रोन रोधी सिस्टम भी सक्रिय कर दिया गया है।
एनएसजी स्नाइपर्स की भी तैनाती, पहली बार समुद्री संयुक्त गश्त
इस वर्ष एनएसजी स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है, जो उच्च स्तरीय सुरक्षा तैयारियों को दर्शाता है। मरीन पुलिस, तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना द्वारा समुद्री तटों पर संयुक्त गश्त की जा रही है ताकि तटीय सुरक्षा भी चाक-चौबंद रहे।
बलों की भारी तैनाती
रथ यात्रा को लेकर कुल 200 पुलिस प्लाटून, 8 केंद्रीय सशस्त्र बल कंपनियां (BSF, CRPF, RAF) और 10,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। डॉग स्क्वॉड, एंटी-सबोटाज टीम भी अलर्ट पर है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चैटबॉट ऐप और हेल्पलाइन
डीजी खुरानिया ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए एक चैटबॉट आधारित मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है, जो यातायात, पार्किंग, वैकल्पिक मार्ग और अन्य जरूरी सूचना देगा। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि जरूरतमंद किसी भी समय सहायता प्राप्त कर सकें।
डीजी की अपील : रथ यात्रा में सहयोग करें श्रद्धालु
खुरानिया ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों से पुलिस के निर्देशों का पालन करने और प्रशासन को सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा, “पुरी को हमने पूर्ण सुरक्षा घेरे में ले लिया है। यह दिव्य आयोजन सभी की सहभागिता से शांतिपूर्ण और भव्य रूप में संपन्न होगा।”
इस वर्ष की रथयात्रा सुरक्षा की दृष्टि से अब तक की सबसे सुसंगठित और तकनीक-सहायित मानी जा रही है, जिससे लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण में भगवान जगन्नाथ के दर्शन का सौभाग्य मिल सकेगा।