ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

  • Post By Admin on Dec 16 2024
ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

लखीसराय : बीते रविवार को जिले के हलसी प्रखंड के खैरमा गांव में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), लखीसराय की ओर से एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय को उनके अधिकारों और विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना था। 

कार्यक्रम में पीएलवी ममता कुमारी, अधिवक्ता अजय कुमार निराला और समाजसेवी ज्वाला जी ने प्रमुख भूमिका निभाई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पीएलवी ममता कुमारी ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए न्यायिक सहायता की आवश्यकता और उसके उपलब्ध विकल्पों पर चर्चा की। 

उन्होंने बताया कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को मानसिक अवसाद जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है और ऐसे मामलों में लीगल हेल्प (कानूनी सहायता) प्रदान करने के तरीके पर प्रकाश डाला। ममता कुमारी ने यह भी बताया कि इस समुदाय के लक्षणों और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में सजग रहना जरूरी है, ताकि समाज में उनकी सहायता की जा सके।

कार्यक्रम में उपस्थित अधिवक्ता अजय कुमार निराला ने ट्रांसजेंडर समुदाय को मिलने वाली सरकारी सहायताओं और उनके पुनर्वास योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समाज के इस हाशिए पर रहने वाले वर्ग को किस प्रकार की सरकारी योजनाओं और सहायताओं का लाभ मिल सकता है और इसके लिए डीएलएसए कैसे काम कर रहा है। निराला ने यह भी बताया कि किस तरह से ट्रांसजेंडर समुदाय को उनके अधिकारों और विधिक सहायता के बारे में जानकारी देकर उनकी स्थिति में सुधार किया जा सकता है।

समाजसेवी ज्वाला ने कार्यक्रम के दौरान जोर देकर कहा कि समाज के हर वर्ग को एकजुट हो कर साथ चलने की आवश्यकता है। उन्होंने विशेष रूप से ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण और समर्थन को बढ़ावा देने की बात की। ज्वाला ने योग के महत्व पर भी बात की और बताया कि कैसे यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।

कार्यक्रम के समापन पर आयोजकों ने उपस्थित सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के प्रति संवेदनशील रहें और इस समुदाय के पुनर्वास एवं सहायता में सक्रिय रूप से योगदान दें। साथ ही समाज में समरसता और समानता के सिद्धांतों को लागू करने की आवश्यकता को बल दिया।

इस कार्यक्रम में खैरमा गांव के कई ग्रामीणों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याओं और सवालों को साझा किया। जिन्हें कार्यक्रम के आयोजकों ने उचित रूप से हल करने का आश्वासन दिया। यह विधिक जागरूकता कार्यक्रम ट्रांसजेंडर समुदाय और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। जो उनके अधिकारों के संरक्षण और सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।