विश्व पर्यटन दिवस पर वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन
- Post By Admin on Sep 27 2024
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लखीसराय : विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार (नालसा), बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (बालसा), और जिला विधिक सेवा प्राधिकार (दिलसा) लखीसराय के संयुक्त निर्देशानुसार इंद्रधनेश्वर महादेव मंदिर (अशोक धाम) परिसर में एक विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य "वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र (ADR)" के प्रति जागरूकता फैलाना था।
इस अवसर पर शिविर की अध्यक्षता मंदिर कमेटी के प्रबंधक सदस्य अनिल कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन विधिक स्वयंसेवक बबलू प्रसाद द्वारा किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में प्राधिकार के रिटेनर अधिवक्ता सितेश सुधांशु ने ADR की प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ADR एक वैकल्पिक विवाद समाधान प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से अदालत की लंबी प्रक्रियाओं में उलझे बिना विवादों का निपटारा किया जा सकता है। खासकर दीवानी मामलों में इस प्रक्रिया के तहत दोनों पक्षों के बीच सहमति से सुलह कराई जाती है, जिससे आपसी दुश्मनी को टालने में मदद मिलती है।
उन्होंने बताया कि ADR के पांच प्रमुख प्रकार होते हैं: पंचाट, मध्यस्थता, सुलह, लोक अदालत, और ग्राम पंचायत। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, 21, और 32 के तहत न्याय प्राप्त करना हर नागरिक का नैसर्गिक अधिकार है, और अनुच्छेद 39 ए में सभी के लिए निशुल्क विधिक सहायता और सामान्य न्याय की बात की गई है। इस तंत्र के माध्यम से विवादों का समाधान कर समाज में न्याय की पहुंच को और आसान बनाया जा सकता है।
शिविर में इंद्रधनेश्वर महादेव मंदिर के खोजकर्ता अशोक बाबा, राकेश कुमार, तीरथ कुमार, विकास कुमार, चंद्र मलेश्वर पांडे, द्रौपदी देवी, रुपाली कुमारी और पलक राज समेत कई प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिन्होंने इस विधिक जागरूकता शिविर में भाग लिया।