अजा एकादशी 2025 : विष्णु व्रत से दूर होंगे संकट, घर आएगी लक्ष्मी की कृपा

  • Post By Admin on Aug 17 2025
अजा एकादशी 2025 : विष्णु व्रत से दूर होंगे संकट, घर आएगी लक्ष्मी की कृपा

नई दिल्ली : सनातन परंपरा में एकादशी व्रत को आत्मशुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का श्रेष्ठ साधन माना गया है। वर्षभर पड़ने वाली 24 एकादशियों में से भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी यानी अजा एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन व्रत और विष्णु भक्ति से जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं, आर्थिक संकट खत्म होते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है।

इस साल अजा एकादशी का व्रत 19 अगस्त 2025, मंगलवार को रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 18 अगस्त को शाम 5:22 बजे से प्रारंभ होकर 19 अगस्त को दोपहर 3:32 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के आधार पर व्रत 19 अगस्त को ही मान्य होगा।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रतधारी सुबह स्नान कर संकल्प लेते हैं और पूरे दिन भगवान विष्णु की आराधना करते हैं। पूजन में तुलसी पत्र, पीले पुष्प, फल, पंचामृत और विष्णु सहस्रनाम का पाठ विशेष फलदायी माना गया है। साथ ही, मां लक्ष्मी की पूजा कर घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की जाती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, अजा एकादशी का व्रत करने से हजारों गोदान के बराबर पुण्य मिलता है। कथा में वर्णन है कि इस व्रत से न केवल पापों का नाश होता है बल्कि मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है।

ज्योतिषाचार्यों का मत है कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं—

  • भगवान विष्णु को पीले फूल और बेसन से बनी मिठाई अर्पित करने से कार्यक्षेत्र की रुकावटें समाप्त होती हैं।

  • हल्दी मिले जल से स्नान और केले के वृक्ष की पूजा करने से भाग्य प्रबल होता है।

  • तुलसी के पौधे पर दीप जलाने और भगवान विष्णु को शंखनाद अर्पित करने से मानसिक शांति और पारिवारिक सुख प्राप्त होता है।

हर साल इस अवसर पर देशभर के मंदिरों में विशेष आयोजन होते हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपवास रखकर भगवान विष्णु की भक्ति में लीन रहते हैं और परिवार की खुशहाली व जीवन की समृद्धि की प्रार्थना करते हैं।