बीपीएससी की परीक्षा में मैथिली को हटाने के विरोध में एक दिवसीय धरना

  • Post By Admin on Feb 13 2023
बीपीएससी की परीक्षा में मैथिली को हटाने के विरोध में एक दिवसीय धरना

सहरसा: मैथिली को बिहार सरकार द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा से हटाने के विरोध में सोमवार को विद्यापति चेतना समिति के बैनर तले स्टेडियम प्रांगण में एक दिवसीय धरना दिया गया।धरना की अध्यक्षता पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि जयराम झा ने किया। साथ ही शिष्टमंडल ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। धरना को संबोधित कर वक्ताओ ने कहा कि मैथिली भाषा अष्टम अनुसूची में सम्मिलित है।अब तो न्यायालय के फैसले भी मैथिली भाषा मे उपलब्ध कराने के लिए प्रावधान किया गया है।जबकि प्रतियोगिता परीक्षा की संरचना में किये गये संशोधन आयोग में एक वैकल्पिक विषय के रूप में सम्मिलित किया गया था। जिसे एक सौ अंकों में सीमित कर दिया गया है। जबकि यह तीन सौ अंकों का था।यह भाषा विशेष के प्रति असमानता का भाव है।यह कदम अनुसूचित क्षेत्रीय भाषाओं के साथ विसंगति पूर्ण एवं समुचित नहीं है।

संविधान की आठवीं अनुसूची में मैथिली को भी शामिल किया गया है।यह बिहार राज्य की मान्य भाषा है।जबकि संघ लोक सेवा आयोग एवं अन्य प्रदेशों के लोक सेवा आयोग में इस प्रकार का कोई संशोधन नहीं किया गया है। ऐसे में मात्र बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा की संरचना को संशोधित करना अनुचित, अन्याय पूर्ण एवं संविधान की भावना से परे है। कार्यक्रम में रामचंद्र चौधरी, बिंदेश्वर प्रसाद झा, भोगेंद्र शर्मा, बीरबल मिश्र, रविंद्र चौधरी, संतोष झा, प्रो बूढा भाई, डॉ योगानंद झा, डॉ गणेश कांत झा,अजय कुमार, राहुल कुमार मनोज कुमार सहित अन्य मौजूद थे।