56वीं वर्षगांठ पर भाकपा (माले) ने फासीवादी हमलों के खिलाफ संघर्ष तेज करने का लिया संकल्प
- Post By Admin on Apr 22 2025
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लखीसराय : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की 56वीं स्थापना वर्षगांठ के मौके पर मंगलवार को किऊल स्थित एक निजी सभागार में भव्य समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के जिला सचिव चंद्रदेव यादव ने की। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने क्रांतिकारी विचारधारा के प्रतीक व्लादिमीर लेनिन की 155वीं जयंती को भी याद किया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
फासीवादी हमलों के विरुद्ध पार्टी का बड़ा ऐलान
समारोह में वक्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद भाजपा ने फासीवादी हमलों को और तेज कर दिया है। यूनिफॉर्म सिविल कोड और वक्फ संशोधन जैसे कानूनों को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बताया गया। साथ ही आदिवासियों व छत्तीसगढ़ में तथाकथित माओवादियों पर घोषित युद्ध की निंदा की गई।
कृषि, श्रम और सूचना के अधिकारों पर हमला
नेताओं ने कहा कि सरकार वापस लिए गए कृषि कानूनों को नए नाम से दोबारा लागू करने की साजिश कर रही है। साथ ही चार लेबर कोड के जरिए मजदूरों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। सूचना का अधिकार भी कमजोर किया जा रहा है जिससे सरकार की जवाबदेही खत्म हो जाए।
शिक्षा व कैंपस पर दमन, नफ़रत की राजनीति का आरोप
भाकपा माले ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालयों को सांप्रदायिक प्रयोगशाला में बदला जा रहा है। नफ़रत से भरी फिल्में और प्रचार सामग्री के जरिए अल्पसंख्यकों, महिलाओं व दलित-बहुजनों पर हमले हो रहे हैं।
मोदी-ट्रंप गठजोड़ पर निशाना
भाकपा माले ने अमेरिका में ट्रंप और एलन मस्क की साझेदारी को लोकतंत्र विरोधी बताया और आरोप लगाया कि मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव में भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता को गिरवी रख रही है।
बिहार चुनाव में निर्णायक भूमिका की तैयारी
नेताओं ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र की लड़ाई करार देते हुए पार्टी को और मजबूत करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भाकपा माले की ओर उम्मीद से देख रही है और पार्टी को भाजपा के बुलडोजर को रोकने की जिम्मेदारी निभानी होगी।
जनता से गहरे रिश्ते, संघर्षशील संगठन पर ज़ोर
पार्टी नेताओं ने आह्वान किया कि कार्यकर्ता जनता से जुड़ें, उनके रोज़गार, अधिकार और स्वतंत्रता की लड़ाई को आगे बढ़ाएं और पार्टी को वैचारिक रूप से मजबूत, जीवंत और संघर्षशील बनाएँ।