मुजफ्फरपुर : यशी सिंह को खोजने की मांग के साथ धरना प्रदर्शन
- Post By Admin on Aug 05 2023

मुजफ्फरपुर : जिले के एक निजी महाविद्यालय से MBA की पढ़ाई कर रही छात्रा 22 दिसंबर 2022 को गायब हो जाती है । जिसके बाद बच्ची ने नाना कई जगहों पर खोज बिन करने के बाद बच्ची के अपहरण की शिकायत दर्ज कराते हैं । अपने लचीलापन के लिए विख्यात मुजफ्फरपुर की पुलिस ने इस मामलें को प्रेम प्रसंग बताते हुए फ़ाइल में ही छोड़ दिया ।
यशी सिंह की मां और नाना थाने से लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक, आईजी तक बच्ची को खोजने की गुहार लगाते रहे लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला । कई सामाजिक संगठन के लोग भी पुलिस अधिकारियों से मिलने गए । खोजने का आश्वासन मात्र मिला लेकिन बच्ची बरामद नहीं हो सकी । इस मामलें की शिथिलता को देखते हुए पटना हाइकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार सिन्हा ने मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन को फटकार लगाते हुए 4 सप्ताह के भीतर अनुसंधान का निर्देश दिया है ।
आपको बता दें कि इस मामलें में लड़की के परिजन आईजी के बाद डीजीपी और मुख्यमंत्री तक से मिल चुके हैं लेकिन बच्ची अबतक बरामद नहीं हो सकी है। आपको बता दें कि इस मामलें में जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी कई बार आवाज उठा चुके हैं लेकिन अबतक कुछ ठोस कार्यवाही नहीं की गई है ।
यशी सिंह के इस अपहरण मामलें में कुछ दिन पूर्व पुलिस के सामने एक कड़ी खुलकर सामने आई थी । जिसमें अपराधी किस्म के एक लड़के (मिली जानकारी के मुताबिक सोनू कुमार) का नाम सामने आया था जिसपर आरोप लग रहा था कि उसने ही MBA की छात्रा का अपहरण कर उसे मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया के नाम से मशहूर जगह चतुर्भुज स्थान में ले जाकर बेच दिया । हालांकि पुलिस का कहना है कि उक्त मामलें में कोई सख्त सबूत नहीं होने के कारण अबतक कार्यवाही नहीं की गई है ।
वहीं इस मामलें में पुलिसिया कार्यवाही में देरी होने के कारण अब कई सामाजिक संगठन व कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं । इसी कड़ी में आज "बेटी हित" नामक संगठन के बैनर तले मुजफ्फरपुर समाहरणालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के संयोजक देवीलाल ने मुजफ्फरपुर के पुलिसिया कार्यवाही पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि आज शहर की इतनी बदतर स्थिति हो गई है कि शहर में रहने तक की इच्छा नहीं होती है। वहीं सह संयोजक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि दर्जनों बार पुलिस के पास वो मदद की गुहार लेकर गए लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला । उन्होंने पुलिस पर हमलावर होते हुए कहा कि पुलिस से यदि कुछ नहीं हो पा रहा है तो वो चूड़ियां पहन लें । धरना प्रदर्शन के दौरान प्रोफेसर अरुण कुमार, डॉ. संजय पंकज, डॉ. विजयेश कुमार, अविनाश तिरंगा, संजीव चौधरी, रानू शंकर, गुड्डू ओझा, भास्कर कुमार, डॉ. अर्चना सिंह, रंजू बेगम, मोनालिसा और वैशाली विधानसभा के पूर्व विधायक प्रत्याशी सुगंध समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
वहीं आज धरना प्रदर्शन के दौरान जाप सुप्रीमों राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी जमकर बरसे। उन्होंने अपनी पंक्ति की शुरुआत
"कोई लौटा दो बेटी यशी को
कोई लौटा दो बेटी खुशी को"
से शुरू की । पप्पू यादव ने कहा कि "मुजफ्फरपुर में जहां हत्या की घटनाएं आम हैं, वहीं महिलाओं पर भी हमला लगातार तेज है। MBA की छात्रा यशी सिंह का अपहरण कर पहले उसे चतुर्भुज स्थान में बेच दिया गया और फिर वहां से भी उसे गायब कर दिया गया। दूसरी ओर मेडिकल की तैयारी कर रही खुशी पासवान की हत्या कथित रूप से हॉस्टल संचालक द्वारा कर दी गई ।"
पप्पू यादव ने सरकार से दोनों बेटियों को न्याय दिलाने के लिए न्यायिक प्रक्रिया के तहत जांच की मांग की हैं। और इसमें दोषी पाए गए अपराधियों को फांसी की सजा देने की बात कही है । पप्पू यादव ने कहा कि "जब तक बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।" उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि "सभी निजी छात्रावास की निगरानी की जाए और जिस छात्रावास में बेटियों के साथ शोषण हो उसे बुलडोजर से ढाह दिया जाए।"