रेलवे की लापरवाही से छूटा महाकुंभ स्नान, यात्री ने मांगा 50 लाख का मुआवजा
- Post By Admin on Feb 01 2025

मुजफ्फरपुर : जिले के गायघाट थाना क्षेत्र के सुबास केशो ग्राम निवासी राजन झा ने रेलवे की लापरवाही के कारण महाकुंभ स्नान से वंचित होने पर रेलवे प्रशासन के खिलाफ 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है। उन्होंने अपने अधिवक्ता एस.के. झा के माध्यम से रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी को लीगल नोटिस भेजा है।
राजन झा ने बताया कि उन्होंने 27 जनवरी को मुजफ्फरपुर से प्रयागराज जाने के लिए रेलवे का टिकट बुक कराया था और अपनी सास-ससुर के साथ निर्धारित समय पर स्टेशन पहुंचे थे। लेकिन जब वे ट्रेन में सवार होने लगे, तो बोगी अंदर से बंद थी। उन्होंने रेलवे प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला और ट्रेन बिना उन्हें लिए रवाना हो गई।
महाकुंभ से वंचित होने पर कानूनी लड़ाई
अधिवक्ता एस.के. झा ने कहा कि यह मामला उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत सेवा में कमी की श्रेणी में आता है। रेलवे की जिम्मेदारी थी कि यात्रियों को समय पर प्रयागराज पहुंचाए, लेकिन लापरवाही के कारण वे महाकुंभ स्नान नहीं कर सके। उन्होंने तर्क दिया कि 144 वर्षों बाद आए इस पवित्र अवसर पर मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान करने से यात्रियों को वंचित करना आध्यात्मिक और मानसिक आघात की श्रेणी में आता है।
रेलवे को 15 दिन का अल्टीमेटम
राजन झा की ओर से 50 लाख रुपये के आर्थिक और मानसिक हर्जाने की मांग की गई है। अगर 15 दिनों के भीतर रेलवे मुआवजा नहीं देता है, तो सक्षम न्यायालय में मुकदमा दायर किया जाएगा। अधिवक्ता एस.के. झा ने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल एक यात्री के अधिकारों से जुड़ा नहीं है, बल्कि रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर भी सवाल खड़ा करता है।
अब देखना यह होगा कि रेलवे इस मामले में क्या रुख अपनाता है, या फिर यह कानूनी लड़ाई अदालत तक जाती है।