केसरिया महोत्सव : सूफी गायक अभिनव आकर्ष ने बांधा समा
- Post By Admin on Feb 22 2025

पूर्वी चंपारण : "बिछड़े अभी तो हम बस कल परसो, जिऊंगी मैं कैसे, इस हाल में बरसो। मौत ना आई, तेरी याद क्यों आई, लंबी जुदाई। "........
देश के ख्याति प्राप्त मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुके युवा सूफी गायक अभिनव आकर्ष ने केसरिया महोत्सव के सांस्कृतिक संध्या के मंच पर जब इस गीत को गाया तो पंडाल में बैठे लोग संगीत की दरिया में गोता लगाने लगे। अभिनव ने अपने सूफी गायन की शुरुआत गणेश वंदना वक्र टुंड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ ...से की। अभिनव की प्रस्तुति हमरा बुझात बा बबुआ डीएम होइहन ओहू से उपरा सीएम होइहन हो..... गाकर दर्शकों को खूब झुमाया। युवा सूफी गायक अभिनव की प्रस्तुति एक पांव की जूती...... गाकर खूब तालियां बटोरी। बाबा केसरनाथ खेले केसरिया में होली...... नामक होली गीत गाकर अभिनव ने अपनी गायिकी से फागुन माह का अहसास कराया। अभिनव द्वारा दी गई एक से बढ़ कर एक प्रस्तुतियों को दर्शकों ने खूब सराहा।