बीपीएससी छात्रों के समर्थन में जन सुराज का प्रदर्शन
- Post By Admin on Jan 11 2025

मोतिहारी : बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं के खिलाफ शुक्रवार को जन सुराज के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बिहार सरकार की नीतियों की आलोचना की।
जन सुराज के नेताओं का आरोप था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीपीएससी परीक्षा में हुई धांधली को ढकने के लिए प्रशांत किशोर, जो जन सुराज के सूत्रधार हैं, को गिरफ्तार किया और छात्रों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज करवाया। प्रदर्शनकारियों ने इसे लोकतंत्र का हनन बताया और सरकार की तानाशाही नीतियों का विरोध किया। जिला अध्यक्ष रामशरण यादव ने कहा, “नीतीश सरकार लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रही है। छात्रों पर लाठीचार्ज और प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर केवल सत्ता बचाने में लगी है।”
रामशरण यादव ने यह भी कहा कि जन सुराज का आंदोलन बिहार के छात्रों और उनके भविष्य की रक्षा के लिए है और यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार छात्रों की जायज मांगों को नहीं मानती। उन्होंने कहा, “यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार, पेपर लीक और बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ है। सरकार के दमनकारी रवैये के खिलाफ जन सुराज का आंदोलन लगातार मजबूत होगा।”
वहीं, अन्य नेताओं ने भी जन सुराज के आंदोलन को कमजोर करने के लिए सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज का आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और इसे रोकना सरकार के लिए असंभव है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अपनी नीतियों में सुधार नहीं किया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस प्रदर्शन में मोतिहारी के जिला अध्यक्ष रामशरण यादव, महासचिव कृष्णकांत मिश्रा, महिला अध्यक्ष विभा शर्मा, मुख्य प्रवक्ता अभय कुमार, जिला सचिव मनोज सिंह, कार्यालय प्रभारी आरुण तिवारी, राज्य कार्यवाहक समिति के सदस्य संजय कुमार, मंतोश सहनी, पकड़ी दयाल अनुमंडल अध्यक्ष शंकर मिश्रा, चकिया अनुमंडल महिला अध्यक्ष मोनिका शर्मा, चकिया अनुमंडल अध्यक्ष संजय मेहता, विजय कुशवाहा, शिव शंकर मिश्रा, डॉ. मंजर नसीम, डॉ. सुधा वर्मा, कल्याणपुर प्रखंड अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह, प्रखंड अभियान समिति संयोजक ठाकुर अविनाश, रिना यादव, प्रमोद कुशवाहा समेत कई अन्य नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। यह प्रदर्शन मोतिहारी के कचहरी चौक पर आयोजित हुआ।