इंदौर : तीन मंजिला इमारत ढहने से दो की मौत, दर्जनभर घायल

  • Post By Admin on Sep 23 2025
इंदौर : तीन मंजिला इमारत ढहने से दो की मौत, दर्जनभर घायल

इंदौर : मध्य प्रदेश के इंदौर में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, जब सेंट्रल कोतवाली थाना क्षेत्र के कोष्टी मोहल्ली में स्थित एक जर्जर तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक ढह गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है और स्थानीय लोग शोक और आक्रोश में हैं।

हादसे के वक्त बिल्डिंग में करीब 14 से 15 लोग मौजूद थे, जिनमें से अधिकांश फर्नीचर कारोबार से जुड़े परिवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक जोरदार धमाके के साथ पूरी इमारत भरभराकर गिर गई और लोग मलबे के नीचे दब गए। स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। कुछ ही देर बाद नगर निगम, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान चलाया। भारी मशीनों की मदद से मलबा हटाया गया और लोगों को बाहर निकाला गया।

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी और कई बार चेतावनी के बावजूद लोगों ने इसे खाली नहीं किया। उन्होंने कहा, "नगर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया था, लेकिन परिवारों ने घर छोड़ने से इनकार कर दिया। मंगलवार सुबह हादसा हो गया। अब राहत और बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है। मलबे से दो शव निकाले गए हैं, जबकि कई गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल भेजा गया है।"

सूत्रों के अनुसार, मलबे से अब तक 12 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों का इलाज एमवाय अस्पताल और शहर के अन्य निजी अस्पतालों में चल रहा है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। उनका कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारियों ने सख्त कदम नहीं उठाए। हादसे के बाद से पूरे क्षेत्र में गुस्सा और दुख का माहौल है। लोग प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।

नगर निगम अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि घायलों को हर संभव राहत दी जाएगी। साथ ही आसपास की पुरानी और जर्जर इमारतों का तत्काल सर्वे किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। प्रशासन ने कहा है कि प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय उपलब्ध कराया जाएगा और उन्हें पुनर्वास में मदद दी जाएगी।

फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि बार-बार चेतावनी के बावजूद इमारत खाली क्यों नहीं कराई गई। इस घटना ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।