मुजफ्फरपुर में 9 मार्च को होगा ऐतिहासिक विराट लोहार सम्मेलन
- Post By Admin on Mar 07 2025

मुजफ्फरपुर : लोहार समाज के लिए ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, क्योंकि 1992 के बाद पहली बार समाज का सबसे बड़ा सामाजिक सम्मेलन 9 मार्च 2025 को आयोजित होने जा रहा है। यह विराट सम्मेलन मुजफ्फरपुर स्थित महेश भगत बनवारी लाल इंटर कॉलेज मैदान में होगा, जिसे लेकर पूरे समाज में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
संयोजक ने लिया तैयारियों का जायजा, कहा – यह मील का पत्थर साबित होगा
सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज संयोजक मुकेश कुमार शर्मा आयोजन स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने बन रहे विशाल पंडाल का निरीक्षण किया। उन्होंने इस आयोजन को सामाजिक एकता, जागरूकता और उत्थान के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह सम्मेलन लोहार समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करेगा।
संयोजक ने कहा, "इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने के लिए समाज के गणमान्य लोग पूरी तरह से समर्पित हैं। यह केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि हमारी एकजुटता का प्रतीक है। हम सभी समाज के लोगों से अपील करते हैं कि अधिक से अधिक संख्या में सम्मेलन में भाग लें और इसे सफल बनाएं।"
सम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने में जुटे समाज के गणमान्य लोग
इस सम्मेलन को भव्य और यादगार बनाने के लिए समाज के वरिष्ठ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सक्रिय रूप से तैयारी में जुटे हैं। सभी ने सम्मेलन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपने विचार साझा किए और समाज के हर वर्ग से इसमें भाग लेने की अपील की।
इस मौके पर सह संयोजक अरुण कुमार ठाकुर उर्फ अरुण आर्ट, विश्वकर्मा समाज के वरीय नेता डॉ. हेम नारायण विश्वकर्मा, लोकस प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ठाकुर, लोकस जिलाध्यक्ष राधेश्याम ठाकुर, आईटी प्रमुख सज्जन कुमार, विद्यापति ठाकुर, रणविजय कुमार, विपिन कुमार, गुरुचरण शर्मा, दीपक शर्मा, अशोक शर्मा, रामनाथ ठाकुर और सोनू कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सम्मेलन से जुड़े समाज की बड़ी उम्मीदें
यह सम्मेलन केवल एक आयोजन नहीं बल्कि लोहार समाज की मजबूती, पहचान और भविष्य को लेकर एक नई सोच को जन्म देगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को संगठित करने, उसकी समस्याओं को उठाने और संभावनाओं पर चर्चा करने का मौका मिलेगा। सभी वर्गों को इसमें समान भागीदारी दी जाएगी, ताकि समाज में समरसता और भाईचारे की भावना और मजबूत हो सके।
आयोजन समिति ने सम्मेलन में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया और कहा कि यह समाज के उत्थान और उसकी एकजुटता का प्रतीक बनेगा।