महान शिक्षाविद और समाजसेवी आचार्य कुणाल किशोर के निधन पर बिहार में शोक की लहर

  • Post By Admin on Dec 29 2024
महान शिक्षाविद और समाजसेवी आचार्य कुणाल किशोर के निधन पर बिहार में शोक की लहर

पटना : प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त और भारतीय सनातन संस्कृति के महान संवाहक आचार्य कुणाल किशोर के निधन की खबर से पूरा बिहार शोकाकुल है। भारतीय पुलिस सेवा के ख्यातिलब्ध अधिकारी और महावीर मंदिर, पटना के न्यासी के रूप में उन्होंने जो योगदान दिया, वह सदैव याद रखा जाएगा। उनके निधन को बिहार के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।

आचार्य कुणाल किशोर ने अपनी पूरी जिंदगी समाज सेवा, शिक्षा और धार्मिक चेतना के प्रसार में समर्पित कर दी। उन्होंने गरीबों, वंचितों और उपेक्षित वर्गों के उत्थान के लिए अद्वितीय कार्य किए। उनका जीवन सनातन धर्म के प्रति गहरी आस्था और मानवता के प्रति समर्पण का आदर्श उदाहरण था। उनके प्रयासों से महावीर मंदिर, पटना न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बना, बल्कि सामाजिक सेवा के लिए भी प्रेरणा स्थल बन गया। उनके किए गए पहल की ही देन है कि पूर्वी चंपारण के केसरिया में विश्व स्तरीय मंदिर का निर्माण होने वाला है ।

उनका प्रलोक गमन उनके अनुयायियों और बिहारवासियों के लिए व्यक्तिगत क्षति के समान है। उन्होंने अपने कार्यों से यह सिद्ध किया कि सच्ची सेवा समाज और धर्म के प्रति समर्पण में निहित है। उनके निधन से बिहार ने एक ऐसा रत्न खो दिया है, जिसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी।

उनके निधन पर कई बड़े राजनेताओं, अधिकारियों, समाजसेवियों ने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की है । उनका जीवन और कार्य हमें समाज को प्रेरित करता रहेगा। उनके योगदान को इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। बिहार और उनके अनुयायी सदैव उनकी कमी महसूस करेंगे। 

उनके निधन पर मुजफ्फरपुर जिले में भी शोक की लहर छा गई है। निधन पर शोक संवेदना जाहिर करते हुए अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा ने उनके दाह संस्कार बरूराज में करने की राज्य सरकार से मांग की है । उन्होंने कहा है कि जिस प्रकार से वे हनुमान जी के प्रिय भक्त बनकर खुद को उनकी सेवा में समर्पित कर दिए वह मुजफ्फरपुर के धरती की देन है ।