खिचड़ी मेला : सज-धज कर तैयार हुआ गोरखनाथ मंदिर परिसर

  • Post By Admin on Jan 07 2023
खिचड़ी मेला : सज-धज कर तैयार हुआ गोरखनाथ मंदिर परिसर

गोरखपुर : गोरखनाथ मंदिर परिसर में मकर संक्रांति (खिचड़ी) महापर्व की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर के मुख्य द्वार के सामने महिला-पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं। मंदिर प्रबंधन की योजना है कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाए। ठंड से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए चिह्नित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था भी शुरू की गई है।

मेला प्रभारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर प्रबंधन की ओर से 1500 वालंटियर लगाए जा रहे हैं, जो प्रशासन का भी सहयोग करेंगे और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का भी खयाल रखेंगे। अधिकांश दुकानदार आ गए हैं और मेला सजकर लगभग तैयार है।

बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे की ओर से 13 से 17 जनवरी तक मेला स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया गया है। आसपास के जिलों में अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। तीन दिन पहले ही मंदिर का दौरा कर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने तैयारियों का जायजा लिया था। मंदिर सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का दौरा भी संभावित है। वे तैयारियों के संबंध में बैठक भी कर सकते हैं।

मंदिर परिसर में मेला सज चुका है। मेले का आनंद लेने के लिए भीड़ जुटने लगी है। मेले में हैरतअंगेज कारनामा दिखाने वाले कलाकारों की पूरी टीम आ चुकी है। चरखी व झूले सज चुके हैं। रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्य दर्शकों को आनंदित करेंगे। कानपुर की खजला की दुकानें लोगों को आकर्षित कर रही हैं। खान-पान के स्टाल लगाए जा चुके हैं। चाऊमिन, पिज्जा, बर्गर, पावभाजी, डोसा, उत्तपम, जलेबी और पकौड़ी की दुकानें भी सज गई हैं।

पहली जनवरी से ही भगवान भाष्कर लुकाछिपी खेल रहे हैं। हर दिन पारा गिरता ही जा रहा है। बावजूद इसके लोगों के आने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। शनिवार सुबह से ही मंदिर परिसर खचाखच भरा है। खिलौनों, स्टूडियो, सौंदर्य प्रसाधन व घरेलू जरूरत की चीजों की दुकानों पर भारी संख्या में खरीददार मौजूद हैं। मेले में पहुंचे लोग भरपूर आनंद ले रहे हैं। बच्चों ने झूलों का मजा लिया और खिलौने खरीदे। चाट, खजला, चाऊमिन, पिज्जा आदि की दुकानों पर भीड़ रही।

उल्लेखनीय है कि गोरखनाथ मंदिर में नेपाल, बिहार के साथ ही देश-विदेश के श्रद्धालु खिचड़ी अर्पित करने आते हैं। महीने भर से अधिक समय तक खिचड़ी मेले की रौनक बनी रहती है। दूरदराज से आने वाले लोग बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के साथ ही मेले का भी आनंद उठाते हैं।