मसुदन मध्य विद्यालय की बदहाली पर फूटा आक्रोश, अभिभावकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
- Post By Admin on Aug 20 2025
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लखीसराय : जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत कजरा शिक्षांचल स्थित मध्य विद्यालय मसुदन की दुर्दशा ने ग्रामीणों और अभिभावकों का सब्र तोड़ दिया है। 1953 में स्थापित यह विद्यालय आज बुनियादी सुविधाओं से वंचित होकर जर्जर हालत में पहुंच गया है। पानी, शिक्षक और सुरक्षा जैसी न्यूनतम आवश्यकताओं का अभाव न सिर्फ छात्रों की पढ़ाई में बाधा डाल रहा है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और मानसिक सुरक्षा पर भी सीधा असर डाल रहा है।
विद्यालय का मोटर और चापाकल लंबे समय से खराब पड़े हैं, जबकि एक चापाकल पांच वर्षों से निष्क्रिय है। पानी की टोटी तक गायब है। भवन से जगह-जगह पानी टपकने के कारण मिड-डे-मील योजना चलाने के लिए पानी बाहर से लाना पड़ता है। वहीं चहारदीवारी न होने के कारण विद्यालय असामाजिक तत्वों के लिए खुला अड्डा बन चुका है। दीवारों पर लिखी अश्लील टिप्पणियों से छात्राएँ मानसिक प्रताड़ना झेल रही हैं।
शिक्षक की भारी कमी ने समस्या को और गंभीर बना दिया है। कक्षा 6 से 8 तक विज्ञान, हिन्दी, संस्कृत और अंग्रेजी विषयों में अध्यापकों की नियुक्ति न होने से पढ़ाई ठप जैसी स्थिति में है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हालत सीधे तौर पर शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE Act) और संविधान के अनुच्छेद 21(ए) का उल्लंघन है।
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों और जिला प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही मोटर-चापाकल की मरम्मत, नई बोरिंग की व्यवस्था, चहारदीवारी का निर्माण और शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई, तो वे अभिभावकों और छात्रों के साथ मिलकर व्यापक जनआंदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे।
ग्रामवासियों का कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ मसुदन विद्यालय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे जिले की चरमराई शिक्षा व्यवस्था को बचाने की लड़ाई बनेगा।