गोरखपुर AIIMS से बिना डॉक्टर बने बाहर होंगे चार छात्र, जारी होगा नोटिस

  • Post By Admin on Apr 04 2025
गोरखपुर AIIMS से बिना डॉक्टर बने बाहर होंगे चार छात्र, जारी होगा नोटिस

उत्तरप्रदेश: नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर उत्तर प्रदेश के एम्स गोरखपुर में प्रवेश लेने वाले चार छात्र अब बिना डॉक्टर बने ही बाहर हो जाएंगे। इनमें से एक छात्र एमबीबीएस 2019 बैच का और तीन छात्र-छात्राएं 2020 बैच के हैं। इन छात्रों को बाहर होने का कारण यह है कि उन्होंने अब तक पहले वर्ष की परीक्षा पास नहीं की है। पिछले साल तीन छात्रों को दया के आधार पर एक और मौका दिया गया था, लेकिन वे फिर भी परीक्षा पास नहीं कर सके। अब इन सभी को नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है। छात्रों के बार-बार फेल होने के कारण एम्स कैंपस में नीट परीक्षा की शुचिता को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

एम्स गोरखपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई 2019 बैच से शुरू हुई थी। इस बैच का एक छात्र अब तक अपनी परीक्षा पास नहीं कर सका है। नियमानुसार, एमबीबीएस के साढ़े चार साल के कोर्स को अधिकतम आठ साल के भीतर पूरा करना होता है। इस दौरान हर डेढ़ वर्ष पर परीक्षा होती है, और तीन परीक्षा में पास होने के बाद एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप होती है, जिसके बाद छात्र को उपाधि दी जाती है।

वर्ष 2019 बैच की एक छात्रा और दो छात्रों को पिछले वर्ष परिसर से बाहर करने की तैयारी थी, लेकिन उनके प्रार्थना पत्र पर एकेडमिक कमेटी ने उन्हें एक साल और मौका दिया था, जिसे दया के रूप में देखा गया था। इस समय, इन छात्रों ने किसी भी हाल में परीक्षा पास करने का वादा किया था, ताकि वे अगली कक्षा में प्रवेश ले सकें, लेकिन उनका यह वादा भी पूरा नहीं हो सका।

वर्ष 2020 बैच की एक छात्रा ने परिसर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि कम उपस्थिति के कारण उन्हें परीक्षा से वंचित किया गया। छात्रा का आरोप था कि तत्कालीन कार्यकारी निदेशक से जुड़ी कुछ बातें पता चलने के बाद उन्हें जानबूझकर परीक्षा से बाहर कर दिया गया था। यह मामला एम्स गोरखपुर के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, और अब छात्रों को दी गई अंतिम चेतावनी के बाद उनकी आगे की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।