गांधी व्यक्ति नहीं, एक चेतना का नाम है : डॉ. रजवी

  • Post By Admin on Feb 01 2025
गांधी व्यक्ति नहीं, एक चेतना का नाम है : डॉ. रजवी

मुजफ्फरपुर : रामदयालु सिंह महाविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग द्वारा महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित गोष्ठी में "गांधी के विचारों की प्रासंगिकता" विषय पर चर्चा की गई। गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में विभागाध्यक्ष डॉ एम एन रजवी ने कहा कि गांधी केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक चेतना का नाम हैं। उन्होंने गांधी के विचारों को हमारे भीतर की चेतना को जागृत करने वाला बताया और कहा कि हम हर दिन गांधी से कुछ न कुछ सीखते हैं। गांधी मानवता का प्रतीक हैं और उन्होंने अहिंसा और त्याग के रास्ते पर चलने का संदेश दिया। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और मानवता के जीवित रहने तक गांधी को भुलाया नहीं जा सकता।

इतिहास विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. संजय कुमार सुमन ने कहा कि गांधी ने स्वतंत्रता की अवधारणा को देश के अंतिम व्यक्ति से जोड़ने का जो प्रयास किया, उसमें वे पूरी तरह से सफल रहे। उनका संदेश जाति की दीवारों से ऊपर था और यही उनकी ताकत थी। उनके विचार और संदेश आज भी पूरी दुनिया में प्रभाव डालते हैं और वे हमेशा जीवित रहेंगे।

डॉ. अजमत अली ने गांधी के जीवन को ही उनका सबसे बड़ा संदेश बताया। उन्होंने कहा कि गांधी की पुस्तक "सत्य के प्रयोग" हमें सच के साथ खड़ा होने की ताकत देती है। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और जीवन में अमल करने के योग्य हैं।

अन्य वक्ताओं में डॉ. अनुपम कुमार, डॉ. ललित किशोर, डॉ. मनीष कुमार शर्मा, डॉ. गणेश कुमार शर्मा, डॉ. अविनाश कुमार, विनय तिवारी ने भी गांधी के जीवन और दर्शन पर अपने विचार रखे। गोष्ठी का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ललित किशोर ने किया।