जनवादी संघर्ष मोर्चा का गठन, तिरहुत प्रमंडल में विभिन्न मुद्दों पर संघर्ष का संकल्प

  • Post By Admin on Jan 25 2025
जनवादी संघर्ष मोर्चा का गठन, तिरहुत प्रमंडल में विभिन्न मुद्दों पर संघर्ष का संकल्प

मुजफ्फरपुर : जनवादी संघर्ष मोर्चा का गठन गुरूवार को विधान परिषद सदस्य बंशीधर ब्रजवासी के संरक्षण में हुआ। इस आयोजन में तिरहुत प्रमंडल के विभिन्न क्षेत्रों से कार्यकर्ता और समाजसेवी उपस्थित थे। मोर्चा का उद्देश्य शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर संघर्ष को तेज करना है और जनहित के लिए एक सशक्त आवाज उठाना है।

समारोह में बंशीधर ब्रजवासी ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि, “जनवाद को कुचलने के लिए किए गए कुत्सित प्रयासों के खिलाफ अब एक मजबूत प्लेटफार्म तैयार किया गया है। यह मोर्चा सड़क से सदन तक, अशिक्षित बिहार, शिक्षित बेरोजगार बिहार और अस्वस्थ्य बिहार को बदलने का संकल्प लेकर खड़ा हुआ है।” उन्होंने शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, विश्वविद्यालयों की कुव्यवस्था और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को चुनौती देने का आह्वान किया।

आगे बंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि उनका लक्ष्य पूरे देश में समान शिक्षा के अधिकार को स्थापित करना है। साथ ही, शिक्षा, शिक्षक, रोजगार और स्वास्थ्य के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत पूरे तिरहुत प्रमंडल में बदलाव लाने की योजना बनाई जाएगी।

इस पर आरटीई और आरटीआई एक्टिविस्ट फोरम बिहार के संयोजक मोहम्मद इश्तेयाक ने सुझाव दिया कि अप्रैल में तिरहुत स्नातक क्षेत्र के स्नातकों और प्रगतिशील संगठनों का महासम्मेलन आयोजित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मोर्चा को जन समस्याओं के निवारण हेतु एक मजबूत प्लेटफॉर्म बनाना आवश्यक है।

समारोह में प्रभात कुमार प्रभाकर ने विश्वविद्यालयों में कुव्यवस्था के खिलाफ बैठक आयोजित करने की आवश्यकता जताई। समाजसेवी आनंद पटेल ने बैठक की अध्यक्षता की। जबकि दीनबंधु क्रांतिकारी ने बैठक का संचालन किया। उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी और कमेटी का गठन जल्द ही किया जाएगा और जनवादी संघर्ष मोर्चा को मार्गदर्शन देने के लिए संघर्षशील साथियों का स्वागत किया जाएगा।

बैठक में उपस्थित अन्य सक्रिय सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जिनमें नवीन कुमार, सतीश कुमार पाठक, जफर आजम रब्बानी, रामनरेश राम, चंदन ठाकुर, लोकेश पुष्कर और रमेश पासवान प्रमुख थे।

मोहम्मद इश्तेयाक ने बैठक में शामिल नहीं हो पाने वाले साथियों से सुझाव आमंत्रित किए और कहा कि वे जनहित के मुद्दों पर कार्य करने वाले सभी संगठनों को इस संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।