मठ की संपत्तियों पर अतिक्रमण को लेकर आपात बैठक, अवैध कब्जे हटाने का निर्णय
- Post By Admin on Mar 10 2025

समस्तीपुर : श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी रघुबर दास स्मृति न्यास की प्रबंधन समिति की एक आपातकालीन बैठक सोमवार को आयोजित की गई, जिसमें मठ की संपत्तियों पर बढ़ते अतिक्रमण और उनके सुचारु संचालन को लेकर अहम फैसले लिए गए।
न्यास समिति के अध्यक्ष विजय वापसेन ने बताया कि हाल ही में आदित्य अखिल नामक व्यक्ति द्वारा मठ की जमीन पर एक बड़े भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा था। जब निजी स्तर पर इसे रोकने का प्रयास किया गया, तो समिति के सभी 11 सदस्यों की बैठक बुलाकर इस मामले पर गंभीरता से विचार किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि न केवल इस अवैध निर्माण को रोका जाएगा, बल्कि मठ की अन्य संपत्तियों की भी समीक्षा कर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए समिति के सभी सदस्य मोटरसाइकिल से भ्रमण कर परिसंपत्तियों का निरीक्षण करेंगे और कब्जाधारियों की कानूनी जांच कर उचित कार्यवाई करेंगे।
समिति ने स्पष्ट किया कि मठ की संपत्तियां किसी व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि समाज की धरोहर हैं। 1997 में गठित 20 सदस्यीय समिति भी संपत्तियों की मालिक नहीं थी, बल्कि उन्हें समाज हित में संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी। इसी भावना के अनुरूप बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद ने इसे समाज के लिए संरक्षित करने का निर्णय लिया है।
आदित्य अखिल के मामले में महंत द्वारा प्रस्तुत किए गए एग्रीमेंट पेपर में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इसमें 11 साल की अवधि का उल्लेख था, जिसे बाद में 35 साल बताया गया, लेकिन इसकी भाषा ऐसी थी कि "जब तक पृथ्वी रहेगी" तब तक यह लागू रहेगा। समिति ने इसे कानूनी रूप से अवैध माना और इस संबंध में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही, धार्मिक न्यास परिषद को भी पूरे मामले की जानकारी दी गई है।
समिति ने यह भी निर्णय लिया कि मठ में पूजा-पाठ की व्यवस्था को सुचारु किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर एक योग्य पुजारी की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा, मठ की परिसंपत्तियों की देखभाल और समाज हित में उनके उपयोग की नीति निर्धारित की जाएगी।