शिक्षा विभाग घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश तेज, युद्धस्तर पर कराया जा रहा निर्माण कार्य

  • Post By Admin on May 02 2025
शिक्षा विभाग घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश तेज, युद्धस्तर पर कराया जा रहा निर्माण कार्य

लखीसराय : जिले के शिक्षा विभाग में उजागर हुए घोटाले के बाद संबंधित संवेदक, अधिकारी और शिक्षक अब युद्धस्तर पर कार्य कराकर घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश में जुट गए हैं। चानन प्रखंड के कई विद्यालयों में इस घोटाले की परतें खुल रही हैं, जिनमें मध्य विद्यालय लाखोचक का नाम भी सामने आया है।

विद्यालय के प्रधान शिक्षक आनंद कुमार ने पहले तो इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन जब जोर देकर पूछा गया तो उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि विद्यालय में चारदीवारी की मरम्मती, कार्यालय व शौचालय का नवनिर्माण, रसोईघर निर्माण और टाइल्स कार्य के लिए विभाग से डिमांड की गई थी। हालांकि, उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई कि किस कार्य की स्वीकृति मिली और कौन सा कार्य किया जाना था।

प्रधान शिक्षक ने दावा किया कि कार्य पूर्ण नहीं हुआ था, बावजूद इसके पैसे की निकासी कर ली गई और वह भी मेरे फर्जी हस्ताक्षर से। मैंने किसी कार्य पूर्णता प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया। यह पूरी तरह जांच का विषय है।

उन्होंने यह भी बताया कि घोटाले के उजागर होने के बाद 12 या 13 अप्रैल को जांच टीम विद्यालय पहुंची थी, जहां अधिकांश कार्य अधूरा पाया गया। इसके बावजूद, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनके खिलाफ गबन का मामला दर्ज कर दिया गया। उन्होंने इस आरोप को पूरी तरह निराधार बताया।

फिलहाल विद्यालय में अधूरे कार्यों को हड़बड़ी में पूरा किया जा रहा है, ताकि जांच की आंच से बचा जा सके। रसोईघर, कार्यालय और शौचालय निर्माण कार्य को अब जाकर पूरा किया गया है, जबकि चारदीवारी का कार्य जारी है।

स्थानीय स्तर पर यह सवाल उठने लगे हैं कि जब बिना कार्य पूर्ण हुए निकासी की गई, तो संबंधित अभियंता, संवेदक और विभागीय अधिकारियों की भूमिका पर भी जांच क्यों नहीं हो रही? अब देखना यह है कि प्रशासन इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों तक पहुंचता है या फिर मामला दबा दिया जाता है।