ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज यूनियन ने मनाया काला दिवस, OPS बहाली की मांग तेज
- Post By Admin on Apr 01 2025
 
                    
                    रक्सौल : ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज यूनियन (ECREU) के बैनर तले मंगलवार को पूरे ईस्ट सेंट्रल रेलवे ज़ोन में काला दिवस मनाया गया। स्थानीय रक्सौल रेलवे स्टेशन के समीप आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व यूनियन के ज़ोनल जॉइंट सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा ने किया। इस दौरान रेलवे कर्मचारियों ने NPS और UPS के विरोध में नारेबाजी की और पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी रेलकर्मियों ने ब्लैक बैच लगाकर विरोध जताया। इस अवसर पर श्री रत्नेश वर्मा ने कहा कि NPS और UPS दोनों ही कर्मचारी हित में नहीं हैं और सरकार को इन्हें हटाकर OPS बहाल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक समान पेंशन प्रणाली लागू होनी चाहिए, ताकि सरकारी कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित रह सके। उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है और सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए श्रमिक विरोधी कानून लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के 29 श्रम कानूनों को खत्म कर चार नए श्रम संहिताएं लागू कर दी गई हैं, जिससे कर्मचारियों का अधिकार और भी सीमित हो गया है।
कार्यक्रम में रेलवे कर्मचारियों ने रेलवे में कर्मचारी संकट, सुरक्षा व्यवस्था और कार्य प्रबंधन को लेकर भी अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। कर्मचारियों ने बताया कि रेलवे में भारी स्टाफ की कमी है, जिससे मौजूदा कर्मचारियों पर काम का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है। रेल कर्मियों ने रेलवे ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए जीवन रक्षक उपकरण और ₹1 करोड़ का बीमा सुनिश्चित करने की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा कि पॉइंट्समैन, गेटमैन, सिग्नल आर्टिजन स्टाफ 12 से 24 घंटे तक ड्यूटी कर रहे हैं, जबकि कोई भी ड्यूटी रोस्टर व्यवस्थित ढंग से लागू नहीं किया गया है। इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों रेलकर्मियों ने हिस्सा लिया और पूरे दिन ब्लैक बैच लगाकर कार्य करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की। इस अवसर पर संजय कुमार, अंगद राम, संजीत कुमार, रामनाथ राय, जैकी कुमार, सत्यम कुमार, सुरेंद्र दास, आतिश कुमार, निर्मला देवी, आनंद राजन, सूरज कुमार, जयप्रकाश गुप्ता सहित कई रेलवे कर्मचारी उपस्थित थे।
रेल कर्मियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार जल्द ही पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं करती और उनकी अन्य समस्याओं का समाधान नहीं होता, तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।