आचार्य किशोर कुणाल के असमय निधन पर शोक सभा आयोजित

  • Post By Admin on Dec 30 2024
आचार्य किशोर कुणाल के असमय निधन पर शोक सभा आयोजित

सूर्यगढ़ा : प्रसिद्ध कुशल प्रशासक, पूर्व कुलपति, आध्यात्मिक गुरु और समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल का असमय निधन समूचे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका निधन देश और समाज के लिए एक गहरी शोक की घड़ी है। पटना में एस.पी. के रूप में उन्होंने प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी क्षमता का उत्कृष्ट परिचय दिया था। साथ ही, महावीर मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य भी उनकी गहरी सोच और धार्मिक प्रतिबद्धता का प्रतीक था।

आचार्य किशोर कुणाल ने महावीर मंदिर का न केवल जीर्णोद्धार किया, बल्कि भक्तों के लिए उच्चतम पूजा व्यवस्था की। उनके कार्यों ने समाज को दिशा दी और धार्मिक उन्नति की राह दिखाई। शोक सभा के दौरान, साहित्यकार डॉ. विजय विनीत ने दिवंगत आचार्य की गीता श्लोकों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, "व्यास के महाप्रयाण पर गीता का कौन-सा श्लोक सुनाऊं?" आचार्य किशोर कुणाल के योगदान को उनके द्वारा स्थापित नौ अस्पतालों के रूप में देखा जा सकता है। इनमें महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर कैंसर संस्थान, महावीर हार्ट अस्पताल, महावीर नेत्रालय सहित कई अन्य अस्पताल शामिल हैं। इन संस्थानों ने समाज में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को एक नई दिशा दी।

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महावीर बाल कैंसर अस्पताल का शिलान्यास किया गया, जो उनकी समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। आचार्य किशोर कुणाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा और सनातन धर्म के संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके नेतृत्व में 'धर्मायण' नामक पत्रिका प्रकाशित होती रही, जो देश की सबसे उत्कृष्ट आध्यात्मिक पत्रिका मानी जाती है। वे वैशाली में रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भी निरंतर प्रयासरत थे। जनता कॉलेज, सूर्यगढ़ा में आयोजित शोक सभा में महाविद्यालय परिवार और स्थानीय बुद्धिजीवियों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आचार्य किशोर कुणाल की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान उपस्थित लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी योगदानों को हमेशा याद रखा जाएगा और उनका कार्य समाज में हमेशा प्रेरणा स्रोत बना रहेगा।