मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने मेगा फूड पार्क, बैग क्लस्टर और टेक्सटाइल क्लस्टर का लिया जायजा

  • Post By Admin on Dec 12 2024
मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने मेगा फूड पार्क, बैग क्लस्टर और टेक्सटाइल क्लस्टर का लिया जायजा

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने बुधवार को मुजफ्फरपुर जिले का दौरा किया और विभिन्न विकास परियोजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मोतीपुर स्थित मेगा फूड पार्क, बेला इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित बैग क्लस्टर, टेक्सटाइल क्लस्टर और दीदी की रसोई का जायजा लिया। 

मुख्य सचिव ने इन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि स्थानीय विकास और रोजगार सृजन में और अधिक सुधार हो सके। मुख्य सचिव ने मोतीपुर में 143 एकड़ क्षेत्र में स्थापित मेगा फूड पार्क का निरीक्षण किया। 

यह पार्क खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परियोजना है। जहां लीची, बनाना और अन्य फूड प्रोसेसिंग से संबंधित इकाइयों का निर्माण किया जा रहा है। इस पार्क में लीची चैंबर, बनाना चैंबर और 10 माइक्रो शेड होंगे। जो फूड प्रोसेसिंग से जुड़े विभिन्न कार्यों को अंजाम देंगे। 

मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि पार्क के निर्माण कार्यों में गति लाई जाए, ताकि यह परियोजना जल्दी से शुरू हो सके और किसानों तथा उद्योगपतियों को इसका लाभ मिल सके। मुख्य सचिव ने बेला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बैग क्लस्टर का भी दौरा किया। जहां जीविका दीदी बैगों का निर्माण कर रही हैं। 

इस क्लस्टर में कुल 10 क्लस्टर और 53 शेड हैं। जिनमें से 42 शेड जीविका दीदियों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। प्रत्येक शेड में 25 मशीनें कार्यरत हैं। जिनका उपयोग बैग बनाने के लिए किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने जीविका दीदियों से बातचीत की और उनकी सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में आए बदलाव के बारे में जाना। 

उन्होंने बताया कि महिला उद्यमी योजना के तहत जीविका दीदियों को 10-10 लाख रुपये का ऋण दिया गया है। जिससे वे अपने-अपने उद्योग चला रही हैं। इस प्रकार जीविका दीदी न केवल एक उद्यमी के रूप में काम कर रही हैं, बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं और स्थानीय स्तर पर बैग उपलब्ध कराकर आय अर्जन भी कर रही हैं।

मुख्य सचिव ने दीदी की रसोई का भी दौरा किया। जो जीविका दीदियों द्वारा चलाए जा रहे सस्ते और पोषक आहार प्रदान करने वाले केंद्र हैं। उन्होंने रसोई के संचालन और भोजन की गुणवत्ता की समीक्षा की और इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए। रसोई में बच्चों के लिए पालना घर भी उपलब्ध है, ताकि महिलाएं अपने बच्चों को सुरक्षित रखकर काम कर सकें।

मुख्य सचिव ने बेला इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित टेक्सटाइल क्लस्टर का भी निरीक्षण किया। जिसमें करीब 600 लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। इस क्लस्टर में सिलाई उद्योग के तहत टी-शर्ट, जैकेट, लोअर, हुडी और अन्य वस्त्र उत्पादित किए जाते हैं। मुख्य सचिव ने उत्पादन प्रक्रिया और रोजगार की स्थिति का जायजा लिया और उद्यमियों से बातचीत की।

मुख्य सचिव के साथ इस दौरे में उद्योग निदेशक आलोक रंजन घोष, कार्यकारी निदेशक बियाडा चंद्रशेखर सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जीविका अभिलाषा शर्मा और जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्य सचिव ने इस दौरान संबंधित अधिकारियों से कहा कि इन परियोजनाओं की सफलता न केवल स्थानीय विकास को बढ़ावा देगी बल्कि रोजगार के अवसरों को भी सृजित करेगी। जो बिहार के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।