मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, बाल तस्करी रोकने पर कार्यवाई की उठी मांग

  • Post By Admin on Jul 30 2025
मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, बाल तस्करी रोकने पर कार्यवाई की उठी मांग

लखीसराय : महिला एवं बाल विकास निगम कार्यालय, लखीसराय में विकासार्थ ट्रस्ट और महिला एवं बाल विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) सह नोडल पदाधिकारी (मिशन शक्ति) वंदना पांडेय ने की।

अपने संबोधन में वंदना पांडेय ने कहा कि मानव तस्करी—चाहे वह महिला, पुरुष, लड़का या लड़की के साथ हो—कानूनन एक गंभीर अपराध है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और किशोरियों की तस्करी पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी संबंधित विभागों से सतर्कता और सूचना साझा करने की अपील की ताकि समय रहते तस्करी की घटनाओं को रोका जा सके।

कार्यक्रम में बाल संरक्षण, रेलवे सुरक्षा बल, श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति, मीडिया और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी हितधारकों ने एकमत से स्वीकार किया कि बाल तस्करी की रोकथाम के लिए बहु-एजेंसी समन्वय और संवेदनशीलता आधारित कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।

विकासार्थ ट्रस्ट की सचिव सुनीता सिंह ने बताया कि उनका संगठन देशव्यापी जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (JRC) नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जो बाल श्रम, बाल विवाह, यौन शोषण और बच्चों की तस्करी जैसे मुद्दों पर कार्यरत है। उन्होंने बताया कि लखीसराय में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

अधिकारियों ने कहा कि बच्चों की ट्रैफिकिंग सिर्फ बाल मजदूरी या यौन शोषण तक सीमित नहीं है, बल्कि कई मामलों में किशोरियों को जबरन विवाह के लिए भी तस्करी का शिकार बनाया जाता है। इस दिशा में सामाजिक जागरूकता और विधिक कार्रवाई दोनों जरूरी हैं।

कार्यक्रम में बताया गया कि जुलाई माह में विकासार्थ ट्रस्ट और रेलवे सुरक्षा बल ने मिलकर रेलवे स्टेशनों पर बाल तस्करी के प्रति जागरूकता अभियान चलाया था, जिसका उद्देश्य यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को बाल तस्करी की पहचान और रिपोर्टिंग के प्रति संवेदनशील बनाना था।

विकासार्थ की सचिव सुनीता सिंह ने कहा, "जब तक तस्करी में लिप्त गिरोहों को त्वरित और कठोर सजा नहीं दी जाएगी, तब तक वे बेखौफ रहेंगे। कानून का डर ही सबसे असरदार हथियार है।"

मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना की जानकारी देते हुए जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि मानव तस्करी की शिकार महिलाओं को इस योजना के तहत आर्थिक सहायता और पुनर्वास दिया जाता है।

मौके पर हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पूनम कुमारी, विकासार्थ के जिला समन्वयक संजय कुमार, एवं अन्य पदाधिकारी और सेविका उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में बाल तस्करी रोकथाम को लेकर सामूहिक शपथ भी दिलाई गई, जिससे यह संदेश गया कि समाज, प्रशासन और नागरिक एकजुट होकर इस अपराध के विरुद्ध खड़े हैं।