गरीबों की अनदेखी पर गरजे अजीत कुमार, बोले अधिकारी सुधर जाएं, नहीं तो लगेगा बददुआ
- Post By Admin on Feb 01 2025

मुजफ्फरपुर : किसान-मजदूर युवा संवाद कार्यक्रम के तहत राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अजीत कुमार ने शुक्रवार को मड़वन प्रखंड के कई गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पकरी पकोही, मखदुमपुर कोदरिया और बिशुंदतपुर दलित बस्ती में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने शिकायत की कि प्रशासनिक अधिकारी गरीबों की बात नहीं सुनते, जिसके चलते वे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं।
बैठक में गूंजा भ्रष्टाचार का मुद्दा
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान लोगों ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी जमकर चर्चा की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारी गरीबों के कार्य को प्राथमिकता नहीं देते और योजनाओं में अनियमितताएं बरती जाती हैं।
गरीबों के लिए सरकार की योजनाएं
ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के बाद अजीत कुमार ने कहा कि देश और प्रदेश में गरीबों की चिंता करने वाली सरकार है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को पक्के मकान, आयुष्मान योजना के तहत पाँच लाख तक मुफ्त इलाज, मुफ्त अनाज, बेटियों के लिए छात्रवृत्ति और बुजुर्गों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
'अधिकारी सुधर जाएं, नहीं तो कार्यवाही होगी'
अजीत कुमार ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे गरीबों की शिकायतों को प्राथमिकता से नहीं सुनते, तो एनडीए कार्यकर्ता ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से बेनकाब करेंगे। उन्होंने कहा "कुछ बेईमान अधिकारियों के कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू करेंगे।"
जनप्रतिनिधियों पर भी उठाए सवाल
पूर्व मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनकी निष्क्रियता के कारण अधिकारी बेलगाम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर निर्वाचित जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारी निभाते तो गरीबों को इस तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
सम्मेलन में जुटे कई नेता और कार्यकर्ता
इस कार्यक्रम में अजीत कुमार के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और स्थानीय नेता भी मौजूद रहे। सभा को जयकिशन कुमार चौहान, मोहम्मद शमीम, दिनेश पासवान, अजय चौधरी, सुधीर कुमार सिंह, धर्मेंद्र पासवान, लखिंदर राम, नंदकिशोर राम, विजय सहनी, हरिनंदन राम, रोजी सहनी, राम कल्याण सहनी, उपेंद्र यादव, विनोद शर्मा, कैलाश चौहान, राम नरेश राम, बिशुनी भगत, मनोज शर्मा, शंभू चौहान सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।
पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने स्पष्ट किया कि वह भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे जल्द ही अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा।