AIDSO स्थापना दिवस : जुलूस और छात्र सभा के जरिए शिक्षा नीति के खिलाफ हुंकार

  • Post By Admin on Dec 28 2025
AIDSO स्थापना दिवस : जुलूस और छात्र सभा के जरिए शिक्षा नीति के खिलाफ हुंकार

मुजफ्फरपुर : ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (AIDSO) का स्थापना दिवस रविवार को उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर संगठन के जिला कार्यालय, मोतीझील में AIDSO के बिहार राज्य सचिव कॉमरेड पवन कुमार ने झंडोत्तोलन किया। कार्यक्रम की शुरुआत युगदृष्टा दार्शनिक, मार्क्सवादी चिंतक एवं शिक्षक कॉमरेड शिवदास घोष की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के साथ हुई।

इसके बाद जिला कार्यालय से एक सुसज्जित जुलूस निकाला गया, जो कल्याणी चौक होते हुए डॉ. राम मनोहर लोहिया स्मारक महाविद्यालय पहुँचा। वहाँ आयोजित छात्र सभा में शिक्षा से जुड़े समकालीन मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए कॉमरेड पवन कुमार ने कहा कि AIDSO अपनी स्थापना से ही शिक्षा के निजीकरण और व्यापारीकरण के खिलाफ संघर्ष करता आ रहा है। संगठन सभी के लिए समान, वैज्ञानिक, जनवादी और धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था की मांग करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकारी नीतियाँ शिक्षा को संकुचित कर सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनहित और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वालों पर दमन बढ़ रहा है, जबकि अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। ऐसे समय में शिक्षा, संस्कृति और मानवता की रक्षा के लिए व्यापक और संगठित आंदोलन की जरूरत है।

कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षक शशि भूषण चौधरी ने कहा कि शिक्षा समाज की रीढ़ होती है। सरकार जानबूझकर जनता को वैज्ञानिक और आलोचनात्मक सोच से दूर रखना चाहती है, ताकि सवाल करने की क्षमता कमजोर पड़े।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए AIDSO के जिला अध्यक्ष शिव कुमार ने कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में उपस्थित छात्रों और साथियों को क्रांतिकारी बधाई दी। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ और अरावली बचाओ आंदोलन को संगठित रूप से तेज करने का आह्वान किया।

सभा को राज्य कार्यकारिणी सदस्य ललित कुमार झा सहित तरन्नुम खातून, दीपमाला कुमारी, अभिषेक कुमार, सचिन कुमार, अनिल कुमार, अली अख्तर, शुभम कुमार, साहिल कुमार, निखिल कुमार, रमिता कुमारी, सलोनी कुमारी, निशांत कुमार, रोशन कुमार, खुर्शीद आलम, हर्षित कृत्विक समेत अनेक छात्र-छात्राओं ने संबोधित किया।

कार्यक्रम का समापन “इंकलाब ज़िंदाबाद”, “AIDSO के विचारों को स्कूल–कॉलेज में पहुँचाओ”, “फीस वृद्धि पर रोक लगाओ”, “सत्र अनियमितता दूर करो”, “शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण, केंद्रीकरण और संप्रदायिकरण पर रोक लगाओ” तथा “शिक्षा और संस्कृति पर हमला बंद करो” जैसे नारों के साथ हुआ।