प्रबोधिनी एकादशी : प्रयागराज में उमड़ा भक्तों का सैलाब, यमुना घाट पर संपन्न हुआ तुलसी-शालिग्राम विवाह
- Post By Admin on Nov 01 2025
प्रयागराज : देवउठनी एकादशी यानी प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर प्रयागराज के यमुना घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ब्रह्ममुहूर्त से ही श्रद्धालु पवित्र यमुना में स्नान कर तुलसी और भगवान विष्णु के प्रतीक शालिग्राम का विवाह संपन्न करा रहे हैं।
बलुआ घाट पर तुलसी-शालिग्राम विवाह का धार्मिक आयोजन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मौके पर भक्तों ने पारंपरिक विधि-विधान से विवाह की रस्म निभाई और माता तुलसी व भगवान विष्णु से अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
पुजारियों ने एकादशी के महत्व की व्याख्या करते हुए बताया कि यह दिन धर्म और आस्था का प्रतीक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने राक्षस जालंधर का वध करने के लिए उसकी पत्नी वृंदा की तपस्या को भंग किया था, जिसके बाद वृंदा ने विष्णु को श्राप दिया और वे तुलसी के रूप में जन्मीं। इसीलिए इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी का विवाह संपन्न किया जाता है।
देवउठनी एकादशी के अवसर पर प्रयागराज में एक महीने चलने वाला मेला भी आरंभ हो गया है। घाटों पर श्रद्धालु भजन-कीर्तन में लीन नजर आए। महिला भक्तों ने कहा कि तुलसी विवाह से जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि आती है।
गौरतलब है कि इस वर्ष एकादशी की तिथि को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति बनी रही। पंचांग के अनुसार, एकादशी 1 नवंबर को सुबह 9:12 से प्रारंभ होकर 2 नवंबर को सुबह 7:32 बजे तक रहेगी। प्रयागराज में इसे 1 नवंबर को मनाया गया, जबकि मथुरा-वृंदावन में देवउठनी एकादशी 2 नवंबर को मनाई जाएगी।