प्रशांत किशोर का नीतीश सरकार पर हमला, बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बताया ध्वस्त

  • Post By Admin on Dec 02 2024
प्रशांत किशोर का नीतीश सरकार पर हमला, बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बताया ध्वस्त

पटना : जन सुराज के सूत्रधार और जनमत से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत किशोर ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और यह उनके शासन का सबसे बड़ा काला अध्याय होगा।

प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार के तहत शिक्षकों और शिक्षण संस्थाओं का मूल उद्देश्य अब शैक्षणिक कार्य नहीं रह गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों से शराबबंदी, स्वच्छता मिशन, राशन कार्ड वितरण, वोटर लिस्ट बनाने जैसे कार्य करवा रही है। जिनका शैक्षिक कार्यों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनावों के दौरान स्कूलों को बंद कर शिक्षकों को दो महीने तक चुनाव कार्यों में लगा दिया जाता है। जो शिक्षा के उद्देश्य के खिलाफ है।

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की सरकार के 18-19 वर्षों के कार्यकाल की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “जब नीतीश कुमार के शासन का इतिहास लिखा जाएगा तो एक पढ़े-लिखे व्यक्ति के रहते हुए बिहार में शिक्षा व्यवस्था के ध्वस्त होने को उनके शासन का सबसे बड़ा काला अध्याय माना जाएगा।”

प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि भले ही भविष्य में कोई बेहतर सरकार आए और सड़कें बनवाने, रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसे कार्य किए जाएं लेकिन शिक्षा व्यवस्था की ध्वस्त स्थिति के कारण पिछले दो दशकों में जो पीढ़ियां शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं। उनका जीवन अब कभी भी सामान्य नहीं हो सकता। उनका भविष्य अब सुधारने की उम्मीद कम है और वे हमेशा शिक्षित समाज के पीछे ही चलेंगे।

प्रशांत किशोर के बयान ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में जो शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी समस्याएं पनपी हैं। उनके असर को सुधारने में आने वाली पीढ़ियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। प्रशांत किशोर का यह बयान बिहार में शिक्षा नीति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म दे सकता है। जो आगे आने वाले चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा बन सकता है।