गयाजी में प्रशांत किशोर का तीखा हमला, कहा – बिहार को अब श्रमिक ट्रेन नहीं, रोजगार और शिक्षा चाहिए
- Post By Admin on Jun 13 2025

गयाजी: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज गया जिले में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार में आकर मजदूरों के पलायन को लेकर श्रमिक ट्रेनों की घोषणा करते हैं, लेकिन क्या वे यही घोषणा गुजरात या महाराष्ट्र में जाकर कर सकते हैं? मधुबनी दौरे में सहरसा से एक नई श्रमिक ट्रेन शुरू करने की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री गुजरात से तमिलनाडु के लिए श्रमिक ट्रेन शुरू करने की बात कहें, तो वहां के लोग उन्हें वोट देना बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी जी बिहार के भी प्रधानमंत्री हैं और गुजरात के भी, लेकिन व्यवहार में फर्क साफ नजर आता है – गुजरात को गिफ्ट सिटी, सोलर पार्क और बुलेट ट्रेन जैसी योजनाएं मिलती हैं, जबकि बिहार को सिर्फ श्रमिक ट्रेनें। यह भेदभाव क्यों?
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार को अब ऐसी ट्रेनों की जरूरत नहीं है जिनसे हमारे बच्चे जानवरों की तरह दूसरे राज्यों में मजदूरी करने जाएं। अब समय आ गया है कि बिहार को बेहतर शिक्षा और रोजगार दिया जाए ताकि लोगों को अपना घर छोड़कर बाहर न जाना पड़े। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जन सुराज का उद्देश्य ही यही है – बिहार को आत्मनिर्भर बनाना और यहां के युवाओं को उनके गांव-घर में ही काम और शिक्षा देना।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में जन सुराज से उन्हीं लोगों को टिकट दिया जाएगा जिनकी छवि स्वच्छ होगी और जो सामाजिक रूप से स्वीकार्य होंगे। उन्होंने कहा कि हर चयन प्रक्रिया में खामियां हो सकती हैं, और अगर गलती से किसी गलत व्यक्ति को टिकट मिल भी जाता है तो जनता से अपील है कि ऐसे व्यक्ति को वोट न दें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि UPSC जैसी कठिन और निष्पक्ष प्रक्रिया से चुने गए IAS और IPS अफसर भी कभी-कभी गड़बड़ कर बैठते हैं, इसलिए प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का प्रयास तो जरूरी है लेकिन जनता की जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है।
प्रशांत किशोर ने दोहराया कि जन सुराज की लड़ाई किसी पार्टी या व्यक्ति से नहीं, बल्कि उस व्यवस्था से है जिसने बिहार को पीछे धकेल रखा है। उनका कहना था कि अगर कोई व्यक्ति साफ-सुथरी छवि का है, भले ही किसी भी पार्टी से हो, वह चुनाव जीते – लेकिन जीत बिहार की होनी चाहिए। जन सुराज का मकसद है कि हर सीट से योग्य और ईमानदार लोग चुनकर आएं ताकि बिहार को एक नई दिशा मिल सके।