बिहार में फिर नीतीश युग की शुरुआत, 10वीं बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

  • Post By Admin on Nov 20 2025
बिहार में फिर नीतीश युग की शुरुआत, 10वीं बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

पटना : बिहार की राजनीति ने एक बार फिर ऐतिहासिक पल देखा, जब नीतीश कुमार ने मंगलवार को राजधानी पटना के गांधी मैदान में भव्य समारोह के बीच 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई। इसके बाद राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू ने राज्यपाल का आदेश पढ़ा, जिसके तहत संविधान के अनुच्छेद 164(1) के अंतर्गत नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सलाह पर मंत्रिमंडल के सदस्यों की भी नियुक्ति की।

शपथ ग्रहण के तुरंत बाद नीतीश कुमार ने मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। समारोह में एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम की राजनीतिक महत्ता और बढ़ गई।

उपमुख्यमंत्री और मंत्री बने कई वरिष्ठ नेता

नीतीश कुमार के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को पांच–छह के समूह में बुलाकर शपथ दिलाई गई। इनमें विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र कुमार यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नबीन, रामकृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र कुमार रौशन, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश शामिल रहे।

विपुल उपस्थिति में दमकता राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन

शपथ ग्रहण में आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस, गुजरात के भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, मध्य प्रदेश के मोहन यादव, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, असम के हिमंत बिस्वा सरमा, ओडिशा के मोहन चरण माझी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री पहुंचे।

इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, नगालैंड और अन्य एनडीए शासन वाले राज्यों के उपमुख्यमंत्री और एनडीए के प्रमुख दलों के नेता भी मौजूद रहे, जिससे समारोह एक बड़े राजनीतिक सम्मेलन जैसा प्रतीत हुआ।

नीतीश कुमार की ये रिकॉर्ड 10वीं शपथ न केवल बिहार की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी उनके प्रभाव और अनुभव को पुनः रेखांकित करती है।